यूपी के हापुड़ में बोरवेल में गिरे मासूम को घंटों की मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। अब मासूम के सुनने और बोलने की समस्या को लेकर भी ईएनटी विशेषज्ञों का पैनल गठित किया गया है।
हापुड़: 50 फीट गहरे बोरवेल में गिरे मूकबधिर मुआविया की हालत में काफी सुधार बताया जा रहा है। अस्पताल में वह पूरी रात मां समरीन की गोद में ही रहा। मां उसे दुलारती रही और मुआविया को हंसता देख वह प्रसन्न हो जाती। जब कभी मुआविया रोता तो मां उसे अपने आंचल से ढक लेती। वहीं इस मामले में अब जिलाधिकारी के निर्देश पर टीम का गठन किया गया है। यह टीम मुआविया की जांच करेगी और इसके बाद आवश्यकता होने पर उसे मेडिकल कॉलेज भी भेजा जा सकता है।
बोलने और सुनने की क्षमता सुधारने के लिए बनाया गया पैनल
वहीं अब मुआविया को ठीक करने और उसके बोलने और सुनने की क्षमता को सुधारने के लिए एक पैनल बनाया गया है। सीएचसी में भर्ती होने के बाद भी उसकी हालत में काफी सुधार देखने को मिल रहा है। मामले को लेकर सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर दिनेश खत्री ने बताया कि मोहल्ला कोढला सादात के निवासी मोहसिन का चार साल का बेटा मुआविया मूकबधिर है। मंगलवार की दोपहर को खेलते वक्त वह 50 फुट गहरे बोरवेल में गिरा था। इसको लेकर स्वजनों ने सूचना दी। चार साल के मासूम को बचाने के लिए एनडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची।
मेडिकल कॉलेज भी किया जा सकता है रेफर
आपको बता दें कि साढ़े पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद में मुआविया को बाहर निकाया जा सका है। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। बुधवार सुबह भी हालत में सुधार देखा गया। इस बीच जिलाधिकारी मेधा रुपम में स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया है कि मुआविया ठीक से सुन और बोल नहीं पा रहा है इसको लेकर आवश्यक काम किया जाए। मामले को लेकर डीएम के निर्देश पर ही ईएनटी विशेषज्ञों का पैनल बनाया है। बताया गया कि अगर आवश्यकता होती है तो उसे मेडिकल कॉलेज भी रेफर किया जाएगा।
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