इसलिए यूपी में शुरू हुई 800 डॉक्टरों के बर्खास्तगी की प्रक्रिया, जल्द तैनात होंगे नये डॉक्टर

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। एहतियातन सिद्धार्थनगर के नेपाल बार्डर सोनौली, ककरहवा, बढऩी पर कड़ी निगरानी है। अब तक 11 लाख विदेशियों की स्क्रीनिंग कराई गई है। ब्लड सैंपल लिए गए, जिसमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया। 
 

Ankur Shukla | Published : Mar 12, 2020 6:17 AM IST / Updated: Mar 12 2020, 12:29 PM IST

बस्ती (Uttar Pradesh)। प्रदेश में ड्यूटी से लंबे समय से गायब 800 चिकित्सक बर्खास्त होंगे। इन्हें हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इनकी जगह शीघ्र ही नए चिकित्सकों की तैनाती कर दी जाएगी। यह जानकारी जिला अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि तैनाती के बाद जो चिकित्सक लौटकर अस्पताल नहीं आए उन्हें हटाने के लिए सरकार आगे बढ़ी है। चिकित्सकों के रिक्त पद भरने के लिए लोक सेवा आयोग से दो हजार डॉक्टर मिले हैं। 1800 की काउंसिलिंग करा ली गई है। जल्दी ही ये प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात हो जाएंगे।

नहीं है कोरोना से डरने की जरूरत
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। एहतियातन सिद्धार्थनगर के नेपाल बार्डर सोनौली, ककरहवा, बढऩी पर कड़ी निगरानी है। अब तक 11 लाख विदेशियों की स्क्रीनिंग कराई गई है। ब्लड सैंपल लिए गए, जिसमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया। 

समायोजित होंगे आउटसोर्सिंग के कर्मचारी
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रेडियोलाजिस्ट के काफी पद खाली होने से अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड, एक्सरे के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में जिला स्वास्थ्य समिति को मानदेय के आधार पर बाहर से रेडियोलाजिस्ट तैनात करने का अधिकार दिया गया है।  आउटसोर्सिंग से भर्ती स्वास्थ्य कर्मियों को नेशनल हेल्थ मिशन के तहत अनुभव के आधार पर समायोजित किया जा रहा है।

हर रविवार को लगेगा जन आरोग्य मेला
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोग स्वस्थ रहें, इसके लिए मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला हर रविवार को लगाया जा रहा। इसमें दवा व जांच की सुविधाएं उपलब्ध हैं। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में योग सिखाया जाएगा। यहां भी जांच की सुविधा होगी।

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