प्रधानमंत्री के जाने के बाद हेमा मालिनी भी निकलने लगीं, लेकिन गेट पर खड़े लोगों ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान उन्हें धक्के भी लगे। वहां मौजूद सिविल डिफेंस के सदस्य के सुरक्षा कर्मियों की मदद से हेमा मालिनी को भीतर ले गए। इसके कुछ देर बाद वाराणसी की नंबर प्लेट वाले वाहन से उन्हें निकाला गया ताकि, कोई पहचान न सके।
प्रयागराज: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के मंच से उतरते हुए परेड मैदान में भगदड़ की स्थिति बन गई। कुछ ही पल में पूरा मैदान खाली हो गया। खास यह कि व्यवस्था में लगे अफसर भी गायब हो गए। इसका नतीजा रहा कि धक्का-मुक्की की शिकार सांसद हेमा मालिनी (Hema Malini) रो पड़ीं। प्रधानमंत्री के जाने के बाद हेमा मालिनी भी निकलने लगीं, लेकिन गेट पर खड़े लोगों ने उन्हें घेर लिया।
इस दौरान उन्हें धक्के भी लगे। वहां मौजूद सिविल डिफेंस के सदस्य के सुरक्षा कर्मियों की मदद से हेमा मालिनी को भीतर ले गए। इसके कुछ देर बाद वाराणसी की नंबर प्लेट वाले वाहन से उन्हें निकाला गया ताकि, कोई पहचान न सके। सिविल डिफेंस के सदस्यों ने भीड़ नियंत्रण तथा ट्रैफिक व्यवस्था में भी प्रशासन की मदद की।
इससे पहले मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर मथुरा में भी कॉरिडोर बनाए जाने की वकालत की है। प्रयागराज में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद संवाददाताओं से हुई बातचीत में हेमा मालिनी ने कहा कि काशी विश्वनाथ में बहुत सुंदर कॉरिडोर बना है। अयोध्या में भी भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है।
इसलिए सबको लगता है कि मथुरा में भी कॉरिडोर होना चाहिए। संवाददाताओं ने पूछा कि क्या यह मांग वह सरकार के समक्ष उठाएंगी तो उन्होंने कहा कि यह मांग कर दी गई है। राज्यसभा सदस्य जया बच्चन द्वारा भाजपा को श्राप दिए जाने के सवाल पर हेमामालिनी ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।