रितिका मर्डर केस में परिजनों ने पुलिस की थ्योरी पर उठाए सवाल, क्राइम सीन होगा रिक्रिएट

यूपी के आगरा में ब्लागर रितिका मर्डर केस में लगातार कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बीच पुलिस ने क्राइम सीन रिक्रिएट करवाने का फैसला लिया है। परिजनों ने पुलिस की थ्योरी पर कई सवाल उठाए हैं।

Gaurav Shukla | Published : Jul 1, 2022 7:52 AM IST

आगरा: ताजगंज में स्थित ओमश्री प्लेटिनम अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से फेंककर हुई फैशन ब्लॉगर रितिका सिंह की हत्या में पुलिस की कार्रवाई पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। मामले में परिजनों की ओर से उठाए गए कुछ सवालों के जवाब पुलिस के पास नहीं हैं। पुलिस ने उन सवालों पर चुप्पी साध रखी है। इसी के साथ अब हत्याकांड की तह तक जाने के लिए पुलिस क्राइम सीन को रिक्रिएट करवाएगी। मामले में सीओ सदर अर्चना सिंह की ओर से फॉरेंसिंक लैब को पत्र भी लिखा गया है। 

रितिका ने एसपी मुरादाबाद को लिखा था पत्र

मृतका रितिका की मां मंजू सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी ने पहले ही हत्या की आशंका जाहिर की थी। इसको लेकर उसने एसपी मुरादाबाद को पत्र भी लिखा था जिस पर कोई भी सुनवाई नहीं हुई। पूर्व में कोर्ट के आदेश पर जो मुकदमा दर्ज हुआ था उसमें भी फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई। पीड़िता की मां ने थाने जाकर बताया कि उनकी बेटी ने 28 मार्च को ही एसपी फिरोजाबाद को पत्र लिखा था। इसमें बताया गया था कि 12 मार्च को टूंडला थाने में दर्ज मुकदमे में 23 मार्च को मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज हो चुके हैं। आरोपी 25 मार्च से उसे जान से मरवाने की धमकी दे रहे हैं। भविष्य में यदि उसके साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो इस शिकायत पत्र को ही अंतिम बयान समझा जाए। 

परिजनों ने उठाए ये सवाल 
परिजनों ने कहा कि आरोपी आकाश गौतम, काज और कुसुमा को अपार्टमेंट परिसर से ही पकड़ा गया था। इसके बावजूद पुलिस ने लिखा-पढ़ी में इन सभी की गिरफ्तारी का स्थान बदल दिया। जबकि अपार्टमेंट परिसर से उन्हें पकड़ने का सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है। घटनास्थल पर आकाश बाइक से आया था और उसके घर के बाहर से निकलने का भी सीसीटीवी फुटेज मौजूद है। बाइक को घटनास्थल के पास ही खड़ा किया गया था। हालांकि लिखा-पढ़ी में उस बाइक को लावारिस दिखाया गया। 

पीड़िता की मां ने कहा कि बेटी ने 12 मार्च को टूंडला थाने में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मुकदमे को बलवा, मारपीट, एससी-एसटी एक्ट, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी समेत अन्य धाराओं में दर्ज करवाया गया था। इससे पहले 22 फरवरी को भी घटना हुई थी। लेकिन पुलिस ने दो माह में ही इसमें फाइनल रिपोर्ट लगा दी। तथ्यों की ठीक से जांच तक नहीं की गई। जिस दिन घटना हुई उस दिन ही रितिका से मिलने के लिए ब्यूटी पार्लर संचालिका भी पहुंची थी। रजिस्टर में उसकी एंट्री दर्ज होने के बावजूद उससे पूछताछ तक नहीं की गई। 

क्राइम सीन करवाया जाएगी रिक्रिएट 
मामले में सीओ सदर अर्चना सिंह का कहना है कि हत्याकांड के मामले में सभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। इसके साथ ही फरार आरोपियों अनवर और चेतन की गिरफ्तारी के लिए टीम लगी हुई हैं। केस के वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और क्राइम सीन को रिक्रिएट भी किया जा रहा है। 

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