यूपी के डीजीपी ओपी सिंह 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। इसी के साथ अब प्रदेश पुलिस के नए मुखिया की खोज भी तेज हो गई है। योगी सरकार ने डीजीपी पद के लिए संघ लोक सेवा आयोग को 7 नामों की एक लिस्ट भेजी है। इस बीच नागरिक सुरक्षा डीजी 1986 बैच के आईपीएस जेएल त्रिपाठी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है।
प्रयागराज (Uttar Pradesh). यूपी के डीजीपी ओपी सिंह 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। इसी के साथ अब प्रदेश पुलिस के नए मुखिया की खोज भी तेज हो गई है। योगी सरकार ने डीजीपी पद के लिए संघ लोक सेवा आयोग को 7 नामों की एक लिस्ट भेजी है। इस बीच नागरिक सुरक्षा डीजी 1986 बैच के आईपीएस जेएल त्रिपाठी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। आईपीएस ने कोर्ट से कहा है कि आयोग को डीजीपी के लिए भेजी गई लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं है। जबकि वो सीनियर आईपीएस अफसरों में तीसरें नंबर पर हैं।
सीनियर अफसरों का नाम न भेजना सुप्रीम कोर्ट का उल्लंघन
आईपीएस जेएल त्रिपाठी ने अपनी याचिका में कहा, मैं 1986 बैच का आईपीएस अफसर हूं, लेकिन सरकार ने डीजीपी चयन के लिए संघ लोक सेवा आयोग को मेरा नाम नहीं भेजा। जिन अफसरों के नाम आयोग को भेजे गए हैं, वो सभी जूनियर हैं। सीनियर अफसरों का नाम आयोग में न भेजना सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है।
ये आईपीएस बन सकता है यूपी का नया डीजीपी
मूल रूप से यूपी के मैनपुरी के रहने वाले डीएस चौहान 1988 बैच के आईपीएस अफसर हैं। ये डीजी रैंक के अफसर हैं। इनकी छवि मेहनती और कुशल अफसर के रूप में बनी है। वर्तमान में ये केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में तैनात हैं। यूपी के डीजीपी के लिए इनका नाम इसलिए तय माना जा रहा है क्योंकि यूपी सरकार ने इन्हें केंद्र सरकार से वापस मांगा था, जिसपर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्वीकृति दे दी। अब ये केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से यूपी कैडर में वापस लौट रहे हैं।