2 अक्टूबर लखनऊ में बड़ा आंदोलन करेगी कांग्रेस, पदयात्रा के लिए अड़े सभी कांग्रेसी नेता सशर्त रिहा

चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के आरोप में जेल में बंद छात्रा को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेस की पदयात्रा पर सोमवार को प्रशासन ने पूरी तरह से रोक लगाए रखी।

Asianet News Hindi | Published : Sep 30, 2019 5:57 AM IST / Updated: Sep 30 2019, 10:58 PM IST

शाहजहांपुर (Uttar Pradesh). चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के आरोप में जेल में बंद छात्रा को इंसाफ दिलाने के लिए कांग्रेस की पदयात्रा पर सोमवार को प्रशासन ने पूरी तरह से रोक लगाए रखी। इसके लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को उनके घर पर नजरबंद कर दिया गया था। इस बीच पदयात्रा निकालने की कोशिश कर रहे कई कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया गया। इनमें कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी, विधायक सुहेल अंसारी, राष्ट्रीय सचिव सचिन नायर, पूर्व एमएलसी नसीब पठान, पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू सहित करीब 80 लोग शामिल थे। हालांकि, देर शाम सभी को सशर्त रिहा कर दिया गया।

2 अक्टूबर को लखनऊ में बड़ा आंदोलन करेगी कांग्रेस
जितिन प्रसाद ने मीडिया से बातचीत में कहा, बहुत दुर्भागयपूर्ण है। कांग्रेस एक रेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से पदयात्रा निकाल रही थी, लेकिन उसे रोक दिया गया। इससे कौन सी शांति भंग होती? यह बर्दाश्त के बाहर है। 2 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी लखनऊ में बड़ा आंदोलन करेगी। जिस तरह से पदयात्रा को रोका गया है, वह संवैधानिक अधिकारों का हनन है। जिसे कांग्रेस किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। हम यौन उत्पीड़न का शिकार पीड़िता को न्याय दिलाकर रहेंगे। पार्टी के प्रवक्ता राजीव त्यागी का कहना है कि मौजूदा सरकार अंग्रेजों की तरह सरकार चला रही है। यह सिर्फ लड़ाई की शुरुआत है और लखनऊ में इस लड़ाई का अंत किया जाएगा। 

प्रशासन ने दी ये सफाई
जिला प्रशासन ने कहा, एक हफ्ते पहले ऐसे कार्यक्रमों के लिए आवेदन करना चाहिए था, जोकि नहीं किया गया। दुर्गा पूजा, दशहरा जैसे त्यौहारों के मद्देनजर जिले में धारा-144 लागू है। कांग्रेस ने सिर्फ 2 हजार लोगों के शामिल होने की सूचना जिला प्रशासन को दी थी। लेकिन जहां आयोजन होना था, वहां इतनी भीड़ नहीं जमा हो सकती। ऐसे में सुरक्षा दे पाना संभव नहीं। 

प्रियंका गांधी ने साधा योगी सरकार पर निशाना
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, उत्तर प्रदेश में अपराधियों को सरकार का सरंक्षण है कि वो बलात्कार से पीड़ित लड़की को डरा-धमका सकें। बीजेपी सरकार शाहजहांपुर की बेटी के लिए न्याय मांगने की आवाज को दबाना चाहती है। पदयात्रा रोकी जा रही है। हमारे कार्यकर्ताओं, नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्हें डर किस बात का है?

जानें क्या है छात्रा का मामला
अटल सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद पर उन्हीं के आश्रम द्वारा संचालित कॉलेज की छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया। कोर्ट के दखल के बाद मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई। एसआईटी ने पूछताछ के बाद स्वामी चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया। दूसरी ओर एक और वीडियो वायरल हुआ जिसमे छात्रा अपने कुछ दोस्तों के साथ स्वामी से रंगदारी की बात कर रही थी। जिसके बाद छात्रा को भी उसके दोस्तों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जेल में स्वामी चिन्मयानन्द की तबियत बिगड़ गयी, जिसके बाद इलाज के लिए लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

छात्रा पर ब्लैकमेलिंग कर पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप 
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर रेप और यौन शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा को एसआईटी ने स्वामी को ब्लैकमेलिंग कर उनसे 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पीड़िता की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।प्रेस कांफ्रेंस में आईपीएस भारती सिंह ने बताया कि चिन्मयानंद को मोबाइल पर धमकी भरा मैसेज भेजा गया था। जिसमें उनसे पांच करोड़ रुपए की मांग की गई थी।  रंगदारी नहीं देने पर उनका अश्लील वीडियो टीवी चैनल पर चलवा कर उनकी इज्जत मिट्टी में मिलाने की धमकी दी गई थी।  
 

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