कमलेश तिवारी हत्याकांड: बिलखती हुई पत्नी ने खोला राज, बताया- हर दिन आते थे खौफनाक कॉल्स

शुक्रवार देर शाम कमलेश तिवारी का शव सीतापुर जनपद के महमूदाबाद के नई बाजार स्थित उनके पैतृक घर पहुंचा। उनकी पत्नी ने रो-रो कर तमाम बातों का खुलासा किया। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 19, 2019 7:38 AM IST

सीतापुर( Uttar Pradesh ). हिन्दू महासभा के नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही खुलासा कर दिया है। इसके लिए यूपी के डीजीपी  ओपी सिंह ने लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बताया कि कमलेश के हत्या में शामिल सभी आरोपियों की पहचान हो गयी है। इसके पूर्व शुक्रवार देर शाम कमलेश तिवारी का शव सीतापुर जनपद के महमूदाबाद के नई बाजार स्थित घर पहुंचा। कमलेश का शव देखते ही परिजन बदहवास हो गए। उनकी पत्नी ने रो-रो कर तमाम बातों का खुलासा किया। 

बता दें कि लखनऊ में शुक्रवार को हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की गला रेत हत्या कर दी गई थी। खुर्शेदबाग कॉलोनी में स्थित हिंदू समाज पार्टी के मुख्यालय पर ही कमलेश तिवारी की दर्दनाक हत्या की गई थी। बताया जा रहा है कि दो भगवा कपड़े पहने बदमाश हाथ में मिठाई का डिब्बा लेकर नेता से मिलने उनके कार्यालय आए थे। बदमाश डिब्बे में रिवॉल्वर और चाकू छिपाकर लाए थे। आरोपियों ने नेता के साथ बातचीत के दौरान चाय पी और इस बीच उनपर हमला कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए। कार्यालय में मौजूद कार्यकर्ता नेता को ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। 

आए दिन कमलेश को आते थे धमकी भरे फोन 
कमलेश की पत्नी किरन ने बताया कि बहुत से लोगों से दुश्मनी थी ये बात सभी को पता थी। अक्सर उन्हें धमकी भरे फोन आते रहते थे। फोन करने वाले कहते थे कि हम तुम्हे जान से मार देंगे। लेकिन वह किसी से डरने वाले नहीं थे। उन्होंने कई बार इस बात का जिक्र भी किया था। वह फोन करने वाले लोगों से कहते थे जहां मिलना हो बता देना निबट लेंगे। 

सुरक्षा की मांग प्रशासन ने दबाया 
पत्नी किरन का आरोप है कि कमलेश ने कई बार सुरक्षा के लिए भी अर्जी दी थी। कुछ समय के लिए सुरक्षा देकर फिर हटा ली जाती थी। हाल ही में कमलेश ने सुरक्षा के लिए आवेदन किया था लेकिन प्रशासनिक स्तर पर उनकी फाइल दबा दी गयी थी। कमलेश की पत्नी का साफ़-साफ़ कहना था कि कमलेश की हत्या का जिम्मेदार प्रशासन व सरकार है। 

विवादित आंदोलन चलाने के कारण जेल भी गए थे कमलेश
कमलेश तिवारी ने साल 1997 में सीतापुर में मुस्लिम भारत छोड़ो आंदोलन चलाया था। जिसको लेकर उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी। जेल से छूटने के बाद वो हिंदू महासभा में शामिल हो गए थे। उसके बाद वो हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष भी बने। उनकी पत्नी किरण भी हिन्दू महासभा के लिए काम करती हैं। 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले कमलेश तिवारी ने हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था।

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