यूपी के कानपुर में बीते शनिवार को हुए हादसे में घायलों का हालचाल लेने के लिए सीएम योगी कानपुर के हैलेट अस्पताल पहुंचे। इस दौरान सीएमओ ने उन्हें बताया कि सभी घायल फिलहाल खतरे से बाहर हैं। इस हादसे में 26 लोगों की मौते हुई है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर के घाटमपुर में शनिवार रात 45 श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर तालाब में गिर गई। इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई। जिसमें 13 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल हैं। यह लोग उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर से मुंडन संस्कार के बाद कानपुर वापस लौट रहे थे। ट्रैक्टर-ट्रॉली में सभी सवार सभी श्रद्धालु कोरथा गांव के थे। बताया जा रहा है कि हादसे के दौरान ट्रैक्टर ड्राइवर शराब के नशे में था और उसी के बेटे का मुंडन था। वहीं मना करने के बाद भी वह गाड़ी चला रहा था।
सीएम योगी ने घायलों से की मुलाकात
हादसे की सूचना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ कानपुर के हैलेट में इलाज के लिए भर्ती घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। वहीं सीएमओ ने बताया कि मरीजों में कोई गंभीर नहीं है। मरीजों से मिलने के बाद सीएम योगी ने कहा कि NHAI और PWD विभाग के अफसरों को ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए कहा गया है। बता दें कि मरने वालों के घरवालों 4-4 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही आगे ऐसा कोई हादसा न हो, इसके लिए अवेयरनेस कैंप भी चलाए जाएंगे।
इतने शव देख रो पड़ी केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति
शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद जैसे ही एक के बाद एक शव गांव पहुंचे तो पूरा गांव गूंज उठा। वहीं केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति भी मौके पर गांव पहुंचीं। इस दौरान वह इतनी लाशों को एक साथ देखकर रोने लगीं। गांव से 26 अर्थियां उठाए जाने के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया। मंत्री राकेश सचान जब गांव पहुंचे तो वहां पर कुछ लोगों ने उनसे शिकायत की। जिस पर मंत्री ने लोगों को इलाज और मुआवजे को लेकर आश्वासन दिया। मिली जानकारी के अनुसार, एडीजी भानु भाष्कर ने साड़ थाना प्रभारी आनंद पांडेय समेत 4 PRV जवानों को लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया है।
ड्योढ़ी घाट पर किया जाएगा मृतकों का अंतिम संस्कार
एडीजी ने कहा कि मामले की मजिस्ट्रियल जांच करवाई जाएगी। बताया जा रहा था कि हादसे की सूचना मिलने के बाद भी पुलिस घटनास्थल पर सही समय पर नहीं पहुंची थी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि मौके पर एंबुलेंस सही समय पर पहुंचती तो कुछ लोगों की जान बच सकती थी। मृतकों का अंतिम संस्कार ड्योढ़ी घाट पर किया जाएगा। वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने इस हादसे पर दुख जताया है।