बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे का एक और सच सामने आया है। घर से बरामद स्कार्पियो को लेकर पुलिस ने खुलासा करते हुए भांजे अमन तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
कानपुर: बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे के घर से बरामद स्कार्पियो को लेकर एक और खुलासा हुआ है। इस स्कार्पियों पर नंबर प्लेट फर्जी लगे होने का मामला सामने आया। घर से बरामद गाड़ी उसके भांजे और पूर्व प्रधान पुत्र के नाम पर पंजीकृत होने की बात सामने आई। इसी के साथ चौबेपुर पुलिस ने विकास के भांजे के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
गाड़ी के कम मूल्यांकन पर थाना प्रभारी पर हुआ था एक्शन
गौरतलब है कि बिकरू कांड की दूसरी बरसी से दो दिन पहले यानी की 30 जून को चौबेपुर के सहजोरा गांव से विकास दुबे के नाम पर पंजीकृत एक सफेद रंग की स्कार्पियों को बरामद किया गया था। इस गाड़ी का नंबर यूपी 78 डीडी 2220 था। इस गाड़ी का कम मूल्यांकन करने पर तत्कालीन थाना प्रभारी रहे कृष्णमोहन राय पर भी एक्शन हुआ था। पुलिस अभी विकास की संपत्तियों की छानबीन कर ही रही थी कि एक और राजफाश हुआ।
विकास दुबे के भांजे के नाम दर्ज हुआ केस
विकास दुबे के घर पर दो गाड़ियां मिली थी। इसमें सफेद रंग की स्कार्पियों भी शामिल थी। बरामद स्कार्पियो पर यूपी 78 डीडी 2220 नंबर प्लेट लगी थी। पुलिस ने मामले में इंजन नंबर और चेचिस नंबर के आधार पर परिवहन विभाग से ब्योरा मांगा। इस बीच सामने आया कि जो गाड़ी विकास के घर मिली वह यूपी 78 ईडब्ल्यू 2110 है और वह गाड़ी विकास दुबे के भांजे अमन तिवारी के नाम पर पंजीकृत है। अमन शिवराजपुर के रामपुर सखरेख के पूर्व प्रधान का पुत्र है। थाना प्रभारी चौबेपुर जगदीश पांडेय की ओर से जानकारी दी गई कि विकास के भांजे अमन के खिलाफ धारा 419 यानी छल के आशय से प्रतिरूपण, धारा 420 यानी धोखाधड़ी और धारा 482 किसी गलत संपत्ति मुहर का उपयोग करना आदि के तहत केस दर्ज किया गया। मामले में आरोपित की तलाश जारी है।