यूपी के जिले कानपुर में सेप्टिक टैंक में एक मजदूर के बेहोश हो जाने से दो और मजदूरों की भी जान चली गई। जहरीली गैस की चपेट में आने से एक बेहोश हुआ, फिर दूसरा बचाने के लिए उतरा तो उसे भी चक्कर आ गए। इन दोनों को बचाने के लिए तीसरा उतरा तो वह भी बेहोश हो गया और तीनों की जान चली गई।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर में गुरुवार की देर रात बड़ा हादसा हो गया। दरअसल सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस के चपेट में आने से तीन मजदूरों की मौत हो गई। टैंक में बेहोश होने के बाद आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे पर डॉक्टर उनकी जान बचा नहीं पाए। इसके बाद कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया। ऐसा बताया जा रहा है कि हादसे के पीछे संचालक की लापरवाही कारण है। इसकी वजह से मृतक के घरवाले संचालक की गिरफ्तारी को लेकर मांग कर रहे है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जहरीली गैस की चपेट में आने से हुई तीनों मजदूर की मौत
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के जाजमऊ की शालीमार टेनरी का है। यहां के टैंक में गुरुवार की देर शाम सफाई का काम कराया जा रहा था। टेनरी के सेप्टिक टैंक में सफई करने के लिए गल्ला मंडी निवासी मजदूर सोनू उतरा लेकिन वह जहरीली गैस की चपेट में आने से बेहोश हो गया। उसको बचाने के लिए सुखवीर गया तो वह भी चक्कर आने से गिर पड़ा। दोनों के गश खाकर गिर जाने से तीसरा मजदूर सत्यम बचाने के लिए उतरा तो वह भी बेहोश गया। टैंक में तीनों बेहोश हो गए और उनको निकालने में भी देरी हो गई।
टेनरी का स्टाफ अस्पताल में तीनों के शवों को छोड़कर भागा
तीनों मजदूरों को निकालने में देरी इसलिए हो गई क्योंकि वहां लोगों के पहुंचने के बाद ही हादसे का पता चला और कड़ी मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकाला गया। आनन-फानन में लोग हैलट अस्पताल लेकर पहुंचे और भर्ती कराया। चिकित्सकों ने जांच की पर तीनों में से किसी को बचा नहीं पाए। इतना ही नहीं टेनरी का स्टाफ तीनों शवों को हैलट में छोड़कर भाग निकला। इसकी जानकारी जब जाजमऊ थाने की पुलिस पहले टेनरी और फिर हैलेट में जांच करने के लिए पहुंची। इसके अलावा देर रात तीनों के परिजन अस्पताल पहुंचे और हंगामा किया।
परिजन के तहरीर पर होगी संचालक के खिलाफ कार्रवाई
मृतक के परिजनों का आरोप लगाया है कि टेनरी संचालक की लापरवाही से तीनों की मौत हुई है। टेनरी संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ ही गिरफ्तारी की मांग कर रहे है। वहीं DCP ईस्ट रवींद्र कुमार ने बताया कि NGT की सख्ती के चलते टेनरी में सफाई का काम चल रहा है। इसी के चलते जाजमऊ की शालीमार टेनरी के टैंक में सफाई के दौरान तीनों एक दूसरे को बचाने के चक्कर में बेहोश हो गए और निकालने में देरी होने की वजह से तीनों की मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर एसीपी कैंट मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि शुक्रवार को तीनों शव को जांच के बाद पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अगर परिजन तहरीर देंगे तो लापरवाही बरतने वाले टेनरी संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।