यूपी के कानपुर के फत्तेपुर गांव में दोहरे हत्याकांड और 10 लाख लूट मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस की 3 टीमें बनाई गईं हैं। पीड़िता ने बताया कि बदमाशों ने उसे धमकी देते हुए कहा कि यदि उसने शोर मचाया तो उसके पति को गोली मार देंगे।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के फत्तेपुर गांव में गुरुवार देर रात हुए डबल मर्डर और 10 लाख लूटने के मामले में पुलिस ने पीड़िता के बयान लिए हैं। पुलिस को शक है कि इस वारदात में किसी करीबी का हाथ है। वहीं इस केस की पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब उसने शोर मचाने की कोशिश की तो बदमाशों ने उसे धमकी देते हुए उसे ऐसा करने से रोक दिया। सपना ने बताया कि एक बदमाश ने उससे कहा कि यदि उसने शोर मचाया तो खेत में रखवाली कर रहे उसके पति की गोली मारकर हत्या कर देगें। उसने बताया कि बदमाशों द्वारा धमकी दिए जाने से वह डर गई थी। पीड़िता ने बताया कि काफी देर इंतजार किए जाने के बाद जब उसे लगा कि बदमाश चले गए हैं तो उसने खुद को बंधन मुक्त किया।
बदमाशों ने पहले से की थी रेकी
इसके बाद जब वह अपने सास-ससुर के पास पहुंची तो उनके शव को देखकर उसकी चीख निकल गई। फिर उसने बाहर की तरफ भागते हुए शोर मचाना शुरू किया। मामले की जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। वहीं वारदात की सूचना मिलने पर घर पहुंचा राजकुमार अपने माता-पिता का शव देखकर बदहवास हो गया। पुलिस के अनुसार, बदमाशों ने वारदात को अंजान देने से पहले रेकी कर रखी थी। बदमाशों को पता था कि कौन सा दरवाजा खटखटाने से राजकुमार के माता-पिता दरवाजा खोलेंगे। साथ ही उन्हें यह भी पता था कि राजकुमार खेत की रखवाली के लिए गया है। बीडीसी सदस्य राज कुमार का परिवार संपन्न माना जाता है। राजकुमार के पिता छम्मीलाल पत्नी इमरती देवी के साथ नीचे कमरे में रहते थे।
पीड़िता के बयानों में विरोधाभास
राजकुमार ने बताया कि उसके परिवार का किसी से कोई विवाद नहीं था। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि सामान लेने के लिए लोग अक्सर देर रात में भी छम्मीलाल को आवाज लगा देते थे। ठंड के कारण वह कुछ दिनों से गेट नहीं खोल रहे थे। पुलिस को शक है कि गेट खुलवाने के लिए बदमाशों ने किसी परिचित का नाम लिया होगा। घटनास्थल से खेतों की तरफ गया खोजी कुत्ता फिर घर की तरफ वापस आव गया। साथ ही घर की अलमारी से फील्ड यूनिट टीम को दो लोगों के फिंगरप्रिंट मिले हैं। बता दें कि पूरी वारदात में कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब पुलिस तलाश कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजकुमार की पत्नी सपना के बयानों में विरोधाभास है। पुलिस अफसर यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि बदमाशों के जाने के बाद सपना बंधनमुक्त कैसे हुई।
वारदात के खुलासे के लिए बनाई गईं 3 टीमें
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, बदमाश बड़े आराम से लूटपाट करके घर से भाग सकते थे। ऐसे में उन्होंने बुजुर्ग दंपति की हत्या क्यों की? पुलिस अफसरों को यह सवाल खटक रहा है। वहीं सपना ने पुलिस को बताया कि उसने 1 बजे के आसपास आवाज सुनी थी। जिसके करीब 20 मिनट बाद बदमाश ऊपर आए थे। इस दौरान बदमाश बुजुर्ग दंपति को बंधक बनाकर बड़े आराम से लूटपाट कर सकते थे। साथ ही बुजुर्ग उन्हें पहचान भी नहीं सकते थे। क्योंकि पांचो बदमाश नकाबपोश थे। वहीं पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले के खुलासे के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं। पुलिस ने परिजनों के बयानों के आधार पर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
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