यूपी के कानपुर में साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल के एमएमएस कांड मामले में छात्राओं ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने आरोपी को फोन वापस कर दिया था। जिसके बाद उसने वीडियो डिलीट कर दिए थे। पुलिस ने डिलीट वीडियो को गूगल ड्राइव से रिकवर कर लिया है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में काकादेव के साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल के एमएमएस कांड का मामला सामने आया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपित सफाई कर्मी ऋषि को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल से 10 वीडियो बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि यह वीडियो हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं के हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं बीते शुक्रवार को कई छात्राओं ने हॉस्टल से पलायन कर लिया। एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने भी हॉस्टल पहुंचकर निरीक्षण किया था।
एसीपी ने छात्राओं के आरोपों को बताया बेबुनियाद
बीते गुरुवार को घटना की जानकारी होने के बाद छात्राओं ने आरोप लगाते हुए कहा था कि हंगामे के समय मौके पर पहुंची 112 पुलिस ने आरोपी को उसका मोबाइल वापस कर दिया था। जिसके बाद उसने फोन से सारे अश्लील वीडियो और फोटो डिलीट कर दिए थे। लेकिन एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला का कहना है कि छात्राओं द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपी ऋषि को मोबाइल का लॉक खोलने के लिए दिया था। तभी उसने फोन से कई वीडियो डिलीट कर दिए थे। लेकिन वह वीडियो गूगल ड्राइव में सेव हो गए थे।
फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा आरोपी का मोबाइल
जिसके बाद पुलिस ने उन वीडियो को देर रात ही रिकवर कर लिया था। आरोपी द्वारा डिलीट हुए वीडियो के लिए मोबाइल को लखनऊ के फोरेंसिक लैब में भेजा जाएगा। बता दें कि आरोपी ऋषि जिस छात्रा की वीडियो बना रह था वह अमरोहा की रहने वाली है। उसने भी हॉस्टल छोड़ दिया है। वहीं एसीपी ने हॉस्टल पहुंचकर जांच-पड़ताल की है। एसीपी ने हॉस्टल के हर कमरे और बाथरूम को देखा है। इस दौरान कुछ दरवाजे नीचे से टूटे मिले हैं। टूटे हुए दरवाजों के नीचे इतनी जगह थी कि उसमें आराम से हाथ डाला जा सकता था। जांच के दौरान पुलिस को हॉस्टल में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खराब मिले। पुलिस ने डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर जब्त कर लिए हैं।
छात्राओं के परिजनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
पीड़ित छात्राओं को जबसे यह पता चला है कि आरोपी ऋषि के मोबाइल में कई वीडियो मिले हैं तबसे वह काफी डरी हुई हैं। छात्राओं का कहना है कि आरोपी कब से वीडियो बना रहा था उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। आरोपी करीब आठ सालों से हॉस्टल में नौकरी कर रहा है। इस दौरान उसने न जाने कितनी छात्राओं की वीडियो बनाई होगी। वहीं छात्राओं ने बताया कि जब उनके परिवार को इस बारे में जानकारी होगी या वीडियो वायरल हो गई तो उनकी काफी बदनामी होगी। वहीं इस घटना के बाद छात्राओं को लेने आए उनके परिजनों ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस समय हॉस्टल में 35 छात्राएं रह रही हैं। पुलिस द्वारा इन छात्राओं के बयान लिए जाएंगे।