कानपुर निवासी कार्टूनिस्ट आनंद कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। आनंद का शव पंखे के कुंडे से नायलॉन की रस्सी के सहारे लटकता हुआ पाया गया। पोस्टमार्टम के दौरान उनके पास से सुसाइड नोट मिला।
कानपुर: किदवाईनगर के जूही लाल कॉलोनी निवासी 65 वर्षीय कार्टूनिस्ट आनंद कुमार ने फांसी लगाकर जान दे दी। उनका शव गुरुवार को पंखे के कुंडे में नायलॉन की रस्सी के सहारे से लटकता हुआ पाया गया। इसके बाद पुलिस ने बिना तलाशी के ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम में मृतक के अंडरगार्मेंट में एक सुसाइट नोट मिला। इसमें आनंद कुमार ने पत्नी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
बेटे ने कहा- काफी समय से डिप्रेशन में थे पिता
गौरतलब है कि आनंद कुमार शहर के जाने माने कार्टूनिस्ट थे। उनकी पत्नी श्यामा, बेटा राहुल उनके साथ जूही लाल कॉलोनी में ही रहते थे। जबकि उनकी पहली पत्नी का बेटा यशूपाल अपनी पत्नी वंदना और दो बच्चों के साथ जरौली में निवास करता है। यशूपाल ने बताया कि उसके पिता बीते कई सालों से सौतेली मां की प्रताड़ना की वजह से डिप्रेशन में रहते थे। इस बीच घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। सुबह ही तकरीबन पांच बजे पड़ोसी के पिता ने सुसाइड के बारे में जानकारी दी। जब वह घर पर पहुंचे तो देखा कि पिता का शव फंदे से लटक रहा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस बीच यशूपाल ने किदवईनगर पुलिस से मामले में जांच की मांग की है।
फांसी लगाने से पहले दोस्तों को भेजा मैसेज
यशूपाल ने यह भी बताया कि उनके पिता ने गुरुवार सुबह तकरीबन साढ़े तीन बजे परिचितों को अलविदा का मैसेज भेजकर फांसी लगाई। इसके बाद जब दोपहर में डॉक्टरों ने उनका पोस्टमार्टम किया तो उनके अंडर गार्मेंट से एक चार पन्नों को नोट भी बरामद हुआ। इसमें तीन कार्टून बने थे और एक सुसाइड नोट था। सुसाइड नोट में लिखा था कि उनकी पत्नी श्यामा बेटे से शराब बिकवाती है और उनपर भी शराब पीने को लेकर दबाव बनाती है। इसी के साथ आए दिन उन्हें किसी न किसी बात को लेकर प्रताड़ित किया जाता था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।