यूपी के कानपुर में जहरीली गैस की चपेट में आकर 3 मजदूरों की मौत हो गई। यह तीनों मजदूर अपने परिवार का सहारा थे। इनकी मौत के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
कानपुर: जाजमऊ के गज्जूपुरवा स्थित कॉस्मो टेनरी के वेस्ट टैंक में जहरीली गैस की चपेट में आकर 3 मजदूरों की मौत हो गई। इस हादसे में 3 परिवारों की खुशियां दफन हो गईं। इसमें से कोई अपने पिता के बुढ़ापे का सहारा था तो कोई अपने परिवार की जिम्मेदार शख्स था। गौर करने वाली बात है कि तीनों शख्स अपने-अपने परिवार की जिम्मेदारी को उठाते थे। हालांकि टेनरी संचालक की लापरवाही के चलते यह परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो गए। पोस्टमार्टम हाउस में जब इन मृतकों के परिजन पहुंचे तो सभी लोगों की आंखे आंसुओं से भरी थी और चारों और हाहाकार मचा था।
अस्पताल पहुंचने पर चला सुखवीर की मौत का पता
गौरतलब है मूलरूप से कानपुर देहात के बिसलाया गांव के निवासी सुखवीर अपने 6 भाइयों और 2 बहनों में पांचवें नंबर के थे। सुखवीर के परिवार में पत्नी रितु, बेटी प्रिंसी (5) और नैंसी (3) है। उनके परिवारवालों ने जानकारी दी कि देर शाम जब बहनोई घर नहीं पहुंचे तो बहन को फोन किया गया। फोन उठाने वाले ने खुद को एंबुलेंस का चालक बताया। इसी के साथ कहा कि सुखवीर हैलट में है। उनकी हालत काफी ज्यादा गंभीर है। इसके बाद घरवाले जब अस्पताल पहुंचे तो सुखवीर की मौत का पता चल सका।
4 माह पहले पिता बना था सोनू, चल रही थी सत्यम की शादी की बात
वहीं बिधनू के बिनगवां कैलाशनगर निवासी जल संस्थान में सफाईकर्मी सुंदर लाल का बेटा सोनू सोनकर 2 साल से सीवर की सफाई में लगे ट्रैक्टर का चालक था। सोनू की पत्नी नंदिनी ने चार माह पहले ही बेटे को जन्म दिया था। अभी बच्चे ने अपने पिता को पहचानना भी नहीं शुरू किया था कि उसके सिर से पिता का साया उठ गया। सोनू अपने 5 भाइयों में तीसरे नंबर पर था। वहीं हादसे का शिकार सत्यम के परिवार में पिता रामऔतार, मां रामजानकी व दो भाई छोटेलाल और एमएससी प्रथम वर्ष का छात्र शिवम है। तीन बहनों की शादी हो चुकी है। परिजनों ने बताया कि सत्यम पांच साल से अजय सिंह चंदेल के यहां काम कर रहा था। रात में उनको फोन किया गया तो फोन बंद था। सुबह सात बजे जब परिजनों को पता लगा तो वह हैलट पहुंचे। आपको बता दें कि शिवम की शादी की बातचीत भी घाटमपुर निवासी युवती से चल रही थी।