यूपी के जिले कानपुर में नाबालिग किशोरी को श्रद्धा की तरह टुकड़े करने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार जरूर कर लिया है। मगर उसमें कोई बदलाव देखने को नहीं मिला। ऐसा इसलिए क्योंकि वह जेल जाते समय भी नाबालिग किशोरी के पिता को धमकी दी।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर में श्रद्धा की तरह मारने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस बीच आरोपी युवक के घरवालों ने पुलिस पर भी हमला किया लेकिन उसको गिरफ्तार करने में कामयाब हो गई। पुलिस की सक्रियता से शहर कि हिंदू किशोरी लव जिहाद का शिकार होने से बच गई। हैरान करने वाली बात तो यह है कि आरोपी ने किशोरी के पिता को थाने में देखकर फिर से धमकाया था कि छूट कर आऊंगा फिर देखता हूं कौन बचाएगा। एक बार नहीं वह बार-बार पीड़ित पक्ष को धमकी दे रहा था। इस वजह से पुलिस ने युवक के खिलाफ धमकी का मुकदमा भी दर्ज कर लिया था। अफसरों के अनुसार दर्ज मामलों में चार्जशीट लगाने के लिए साक्ष्य इकत्रित करने की कार्रवाई चल रही है।
अजमेर में हुई थी आरोपी फैज से किशोरी की मुलाकात
शहर के नौबस्ता निवासी किशोरी के पिता का कहना है कि उनकी 17 साल की बेटी दो साल से लगातार बीमार चल रही थी। इसी बीच किसी ने अजमेर शरीफ जाने की सलाह दी तो अगस्त 2021 में उनकी पत्नी बेटी को लेकर वहां गई। यहीं पर फैज से मां-बेटी की मुलाकात हुई और उसने बेटी का नंबर ले लिया। इसके साथ ही कुछ फोटो भी खिंचवा ली और बाद में इन्हीं फोटो के जरिए वह बेटी को ब्लैकमेल करने लगा। उन्होंने आगे बताया कि जब समझाने का प्रयास किया तो वह धमकाने लगा। तीन मई को पुलिस से शिकायत की तो 729/22 में छेड़खानी, पाक्सो और धमकाने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी फैज के घरवालों ने इस पर दोबारा गलती नहीं होने का आश्वासन दिया तो शिकायत वापस ले ली थी।
आरोपी की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस पर हुआ था हमला
किशोरी के पिता का आरोप है कि इसके बाद भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और बेटी पर मंतातरण व निकाह का दबाव डालने लगा था। जब इसका विरोध किया तो परिवार को जान से मारने और बेटी की श्रद्धा हत्याकांड की तरह टुकड़े-टुकड़े कर फेंकने की धमकी देने लगा था। उसके बाद शुक्रवार को वह घर के बाहर हंगामा भी किया। उसके खिलाफ दोबारा शिकायत की तो पुलिस ने तलाश शुरू की। आरोपी की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को विरोध भी झेलना पड़ा। थाना प्रभारी संजय पांडेय का कहना है कि पहले मुकदमा दर्ज होने के बाद भी आरोपित लगातार पीड़ित परिवार को धमका रहा था। जिसके चलते उसके खिलाफ 813/22 धमकाने की धाराओं में दर्ज किया था। दूसरी ओर एसीपी अभिषेक पांडेय का कहना है कि आरोपित को जेल भेजने के बाद चार्जशीट लगाने के लिए साक्ष्य जुटाने की कार्रवाई जारी है। उन्होंने आगे कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो आरोपी को कस्टडी रिमांड में भी लिया जाएगा।
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