कासगंज रेलवे स्टेशन पर गुरुवार(5 जनवरी) को हुए एक दिल दहलाने वाले हादसे में करंट की चपेट में आकर एक शख्स की दर्दनाक मौत हो गई। शख्स एक महिला की चप्पल लेकर भागे बंदर का पीछा करते हुए ट्रेन के ऊपर चढ़ा था, तभी वो OHE लाइन की चपेट में आ गया था।
कासगंज (Kasganj). उत्तर प्रदेश के तहत कासगंज रेलवे स्टेशन पर गुरुवार(5 जनवरी) को हुए एक दिल दहलाने वाले हादसे में करंट की चपेट में आकर एक शख्स की दर्दनाक मौत हो गई। शख्स एक महिला की चप्पल लेकर भागे बंदर का पीछा करते हुए ट्रेन के ऊपर चढ़ा था, तभी वो OHE लाइन (Overhead line) की चपेट में आ गया था। तार टच होते ही शख्स करीब 15 मिनट तक जलता रहा। यह भयानक दृश्य देखकर लोगों की रूह कांप उठी। इससे पहले कि कोई कुछ सोच-समझ पाता, उसकी मौत हो गई।
घटना के अनुसार, कासगंज-फर्रूखाबाद एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर दो पर खड़ी थी, तभी एक बंदर किसी महिला यात्री की चप्पल लेकर भाग गया। बंदर कोच के ऊपर चढ़ गया। स्टेशन मास्टर मनोज शर्मा ने बताया कि जैसे ही लोगों ने शोर मचाया, बंदर चप्पल छोड़कर भाग गया। स्टेशन मास्टर के अनुसार, एक युवक चप्पल निकालने के लिए कोच के ऊपर चढ़ गया, लेकिन बिजली के तार के संपर्क में आ गया और उसकी मौत हो गई। स्टेशन मास्टर ने कहा कि बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई और शव को नीचे उतारा गया। मौजूद लोगों ने रेलवे अधिकारियों को बताया कि मृतक का नाम अशोक है।
दिल दहलाने वाला यह हादसा शाम करीब पौने चार बजे हुआ। ट्रेन संख्या 05349 कासगंज-फर्रुखाबाद एक्सप्रेस कासगंज से साढ़े पांच बजे रवाना होती है। इस बीच प्लेटफार्म पर बैठी एक महिला यात्री की चप्पल बंदर ले भागा था। बंदर ट्रेन की बोगी संख्या एनई 153410 पर चढ़ गया। लोगों ने शोर मचाकर या बंदर को चिढ़ाकर चप्पल लेने की कोशिश की, लेकिन असफ रहे। इस बीच बंदर चप्पल बोगी पर ही छोड़कर भाग गया। महिला यात्री को परेशान होता देख रेलवे स्टेशन पर खान पान की सामग्री बेचने वाला युवक अशोक (26) पुत्र नन्नूमल निवासी शेरनाथ मंदिर वाली गली चप्पल उठाने बोगी पर चढ़ा था।
हादसे के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। बिजली के तार छूते ही युवक जलने लगा था। जानकारी लगने पर स्टेशन मास्टर के अलावा आरपीएफ-जीआरपी के लोग मौके पर पहुंचे। इसके बाद इलेक्ट्रिक सप्लाई रोकी गई, लेकिन तब तक युवक पूरी तरह जल चुका था। इस घटनाक्रम के चलते कानपुर से कासगंज आने वाली ट्रेन संख्या 15037 को बघारी कला स्टेशंन के नजदीक रोकना पड़ा। इलेक्ट्रिक सप्लाई रोके जाने के कारण यह ट्रेन करीब 35 मिनट वहां खड़ी रही।
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