बाबा विश्वनाथ के दरबार का कपाट बंद, साढ़े पांच घंटे बाद कर पाएंगे दर्शन


मध्याह्न भोग आरती व पूर्व संध्या पर 25 दिसंबर की रात श्रृंगार भोग आरती में बाबा को फलाहार अर्पित किया जाएगा। सभी आरतियां निर्धारित समय पर होंगी। मंदिर के सीईओ विशाल सिंह के अनुसार ग्रहण के बाद मंदिर खुलने पर 11.30 से 12.30 बजे तक मध्याह्न भोग आरती होगी। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 26, 2019 2:38 AM IST

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) । पौष कृष्ण अमावस्या पर 26 दिसंबर को लग रहे सूर्य ग्रहण के चलते श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर बंद कर दिया गया है। अब मंदिर सुबह 11.30 बजे तक बंद रहेगा। वहीं, सूर्य ग्रहण लगने की  जानकारी के कारण भक्त बाहर से ही दर्शन कर लौट जा रहे हैं। आज भक्तों की भीड़ न के बराबर है।
 
आज इस तरह होगी बाबा की पूजा
मध्याह्न भोग आरती व पूर्व संध्या पर 25 दिसंबर की रात श्रृंगार भोग आरती में बाबा को फलाहार अर्पित किया जाएगा। सभी आरतियां निर्धारित समय पर होंगी। मंदिर के सीईओ विशाल सिंह के अनुसार ग्रहण के बाद मंदिर खुलने पर 11.30 से 12.30 बजे तक मध्याह्न भोग आरती होगी। 

रात से ही संकट मोचन मंदिर बंद
संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र ने बताया कि ग्रहण को लेकर मंदिर बुधवार की रात 8.30 बजे से बंद कर दिया गया है। ग्रहण समाप्त होने के बाद गुरुवार को सुबह 11.30 बजे मंदिर खुलेगा।

सुबह 8 बजे से लग जाएगा ग्रहण
भारतीय मानक समय के अनुसार सार्वभौमिक रूप से सूर्यग्रहण का स्पर्श सुबह 8 बजे हो जाएगा। विश्व आकाश में यह ग्रहण 12.36 बजे पूर्णतया समाप्त हो जाएगा।  

(प्रतीकात्मक फोटो)

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