
लखनऊ: बाहुबली और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद हैं। बता दें कि मुख्तार अंसारी को एक बार फिर बांदा जेल से लखनऊ लाया जाएगा। लखनऊ की जिला जेल में बंदी चांद से मारपीट करने और पुलिसकर्मियों को धमकाने के मामले में अभियोजन की गवाही पूरी कर ली गई है। MP/MLA कोर्ट के विशेष ACJM अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने 13 जनवरी को मुख्तार अंसारी समेत सभी आऱोपियों को बयान के लिए तलब किया है। कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा है कि बांदा जेल से मुख्तार अंसारी को भी गवाही के लिए पेश किया जाए
मुख्तार ने साथियों संग मिलकर बंदी से की थी मारपीट
वहीं सहायक अभियोजन अधिकारी सोनू सिंह राठौर ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि तत्कालीन जेलर एसएन द्विवेदी और उप जेलर बैजनाथ राम ने 1 अप्रैल 2000 को इस मामले की रिपोर्ट आलमबाग थाने में दर्ज कराई थी। इस शिकायत में कहा गया था कि 29 मार्च को पेशी से आने के बाद शाम 6 बजे के आसपास बंदी अपनी-अपनी बैरक जा रहे थे। इसी दौरान तत्कालीन विधायक मुख्तार अंसारी ने अपने साथियों युसूफ चिश्ती, आलम, कल्लू पंडित, लालजी यादव और प्रभु जिंदर सिंह ने बंदी चांद को घेर लिया। इसके बाद बंदी चांद को मारना-पीटना शुरू कर दिया।
अब कोर्ट में पेश कर दर्ज होंगे बयान
वहीं मारपीट होता देख जेलर और उप जेलर ने जब बीच-बचाव का प्रयास किया तो इन लोगों ने अधिकारियों और प्रधान बंदी रक्षक स्वामी दयाल अवस्थी पर हमला कर दिया। इसके बाद अलार्म बजने पर सभी आरोपी पथराव करते हुए अपने-अपने बैरक में चले गए। आरोप है कि इस दौरान उन लोगों ने धमकाते हुए कहा था कि यदि किसी ने इस घटना के बारे में किसी को बताया तो उसका परिवार अगली सुबह नहीं देख पाएगा। जिसके बाद अब मामले पर गवाही पूरी होने के बाद 13 जनवरी को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर बयान दर्ज किए जाएंगे।
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