एनआईए ने बीते बुधवार को वाराणसी से आतंकी संगठन आईएसआईएस के एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। संदिग्ध युवक 'वॉयस ऑफ खुरासान' नामक पत्रिका के जरिए ISIS का प्रोपेगेंडा चला रहा था। NIA को उसके पास से कुछ अहम दस्तावेज और सबूत भी मिले हैं।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बीते बुधवार को आतंकी संगठन ISIS के एक संदिग्ध को गिरप्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि NIA द्वारा गिरफ्तार संदिग्ध का नाम बासित कलाम सिद्दीकी है। वह युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें ISIS में भर्ती कराने का काम कर रहा था। एक अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध युवक ISIS के हैंडलर के संपर्क में था। साथ ही वह 'वॉयस ऑफ खुरासान' नामक पत्रिका के जरिए ISIS का प्रोपेगेंडा चला रहा था।
युवाओं का ब्रेनवॉश कर आतंकी हमले की दे रहा था ट्रेनिंग
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बासित कलाम सिद्दीकी अफगानिस्तान में स्थिति अपने ISIS आकाओं के आदेश पर एक विस्फोटक 'ब्लैक पाउडर' बनाने का प्रयास कर रहा था। इसके साथ ही वह IED बनाने के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले अन्य नुकसान पहुंचाने वाले रासायनिक पदार्थों के उपयोग की भी जानकारी ले रहा था। इसके अलावा वह खुद कई टेलीग्राम ग्रुपों को भी संचालित कर रहा था। इन टेलिग्राम ग्रुपों के जरिए वह विस्फोटक और कई महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों व नागरिक आबादी के खिलाफ आतंकी हमले की ट्रेनिंग दे रहा था।
आपत्तिजनक सामान हुआ जब्त
बताया जा रहा है कि आरोपी ISIS के लिए सक्रिय रूप से लड़ाई के लिए अफगानिस्तान जाने की फिराक में लगा हुआ था। एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के पास से तलाशी के दौरान NIA के IED और विस्फोटक बनाने के लिए कुछ लिखे हुए नोट्स, मोबाइल, लैपटॉप और पेन ड्राइव जैसा आपत्तिजनक सामान जब्त किया गया है। उन्होंने बताया कि शुरूआती जांच में सामने आया है कि वह भारत से ISIS की ओर कट्टरपंथ और नौजवानों की भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल था। NIA के अनुसार, बासित पिछले कई वर्षों से सबको आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसा रहा था। बता दें कि NIA की टीम को बासित के पास सो जो दस्तावेज और सबूत मिले हैं वह उनके आधार पर उसके अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है।