कुशीनगर में वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान हुए हादसे के बाद लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों पर गाज गिरी है। जांच रिपोर्ट के बाद सीएमओ ने यह एक्शन लिया है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बीते दिनों एनएच 28 को जाम भी कर दिया था।
कुशीनगर: वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान नौरंगिया टोला गांव में कुंए में गिरने से 13 लोगों की मौत मामले में कई लोगों पर गाज गिरी है। मामले में ग्रामीणों ने नौरंगिया सीएचसी अधीक्षक, स्वास्थ्यकर्मियों और एंबुलेंसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर एनएच 28 जाम किया था। जिसके बाद यह एक्शन सामने आया है। इसके तहत कोटवा सीएचसी पर तैनात फार्मेसिस्ट को निलंबित किया गया है। दो एंबुलेंस चालक को बर्खास्त किया गया है। वहीं सीएचसी प्रभारी को भी हटाया गया है। जांच में दोषी पाए जाने पर सीएमओ ने यह एक्शन लिया है। आरोप लगा था कि हादसे के बाद एंबुलेंस पहुंचने में देरी हुई थी और सीएचसी में तत्काल इलाज नहीं शुरु हुआ था। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ ग्रामीणों की नाराजगी सामने आई थी।
आपको बता दें कि यूपी के कुशीनगर में बुधवार की देर रात दिल दहलाने वाला हादसा सामने आया था। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हुई थी। जिन लोगों की मौत हुई है उसमें ज्यादातर महिलाओं और बच्चियां शामिल हैं। महिलाएं हल्दी की रस्म के दौरान कुएं की स्लैब पर बैठकर पूजा कर रही थीं। इसी बीच स्लैब अचानक से टूट गई और यह हादसा सामने आया। हादसे की जानकारी मिलने के साथ ही महिलाओं को कुएं से बाहर निकालने का सिलसिला गांववालों की मदद से शुरु हुआ। घटना के बाद ग्रामीणों की नाराजगी सामने आई और उन्होंने एनएच 28 जाम कर दिया। हालांकि किसी तरह जिम्मेदार अधिकारियों के समझाने के बाद वह मानने को तैयार हुए थे।
मामले को लेकर जांच के बाद सीएमओ ने कई स्वास्थ्यकर्मियों पर गाज गिराई है। इन सभी पर लापरवाही के चलते यह एक्शन हुआ है। कुशीनगर की घटना को लेकर पीएम मोदी और सीएम योगी समेत कई अन्य नेताओं ने भी संवेदनाएं व्यक्त की थीं।