यूपी के लखीमपुर में पुलिस की दबिश के दौरान हिस्ट्रीशीटर की मौत का मामला सामने आया है। इस घटना से नाराज परिजनों ने जमकर हंगामा किया और हंगामे के बीच एक सिपाही भी घायल हो गया।
लखीमपुर खीरी: धौरहरा में टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट में शामिल हिस्ट्रीशीटर की पुलिस दबिश के दौरान मौत हो गई। इस बीच एक सिपाही भी वहां पर घायल हो गया। हिस्ट्रीशीटर के परिजनों के द्वारा आरोप लगाया गया कि मौत का कारण पुलिस की पिटाई है। वहीं पुलिस हार्टअटैक के बाद हिस्ट्रीशीटर की मौत की बात कह रही है। वहीं, परिजनों और ग्रामीणों के हंगामे के मद्देनजर गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
पुलिस ने कहा गिरकर हुई सिपाही की मौत
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली धौरहरा क्षेत्र के रामनगर में लहबड़ी गांव के निवासी हिस्ट्रीशीटर सत्तार पुत्र टेनी की तलाश में पुलिस की टीम रविवार को 3 बजे उसके निवास पर पहुंची थी। इस मामले में पुलिस का कहना है कि जब टीम ने घर के बाहर से आवाज लगाई तो हिस्ट्रीशीटर पीछे के रास्ते से भाग गया। पुलिस टीम ने जब उसका पीछा किया तो वह किसी चीज से टकराकर जमीन पर गिर गया। इसी बीच उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने शव को सुपुर्द करने से किया इंकार
वहीं इस मामले में पुलिस जब हिस्ट्रीशीटर का शव लेकर जाने लगी तो ग्रामीण पुलिस की गाड़ी के आगे ही लेट गए। हंगामे के मद्देनजर एसपी संजीव सुमन भी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि परिजन घटना के बाद शव को पुलिस के सुपुर्द करने से इंकार करते रहे। आपको बता दें कि सत्तार फरवरी 2017 में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान 1537 गौवंशों को काटने के मामले में हिस्ट्रीशीटर था। तकरीबन एक सप्ताह पूर्व खीरी थाना क्षेत्र के सुंसी गांव में गोवंशों को काटने के मामले में पुलिस क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रही थी। वहीं इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि सत्तार कपड़ों की फेरी लगाने का काम करता था। वह काम के ही सिलसिले में कभी-कभी लखनऊ और दिल्ली भी आता जाता था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की वजह से ही सत्तार की जान गई है।