उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाने वालों का केस नहीं लड़ेंगे वकील, बोले, विक्टिम परिवार की करेंगे मदद

यूपी के उन्नाव में जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद वकीलों ने आरोपियों का केस नहीं लड़ने का फैसला किया है। शनिवार को उन्नाव के वकीलों ने पीड़िता को श्रद्धांजलि देते हुए एक दिन काम नहीं करने का फैसला किया। साथ ही कहा- वो पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करेंगे।

Asianet News Hindi | Published : Dec 8, 2019 6:56 AM IST / Updated: Dec 08 2019, 12:46 PM IST

उन्नाव (Uttar Pradesh). यूपी के उन्नाव में जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद वकीलों ने आरोपियों का केस नहीं लड़ने का फैसला किया है। शनिवार को उन्नाव के वकीलों ने पीड़िता को श्रद्धांजलि देते हुए एक दिन काम नहीं करने का फैसला किया। साथ ही कहा- वो पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करेंगे।

बार एसोसिएशन ने पास किया प्रस्ताव
उन्नाव बार एसोसिएशन के भवन में शनिवार को शोकसभा का आयोजन किया गया। इस दौरान बार अध्यक्ष दीप नारायण त्रिवेदी ने कहा, उन्नाव की बेटी को जिंदा जलाकर मारने वाले आरोपियों की कोई पैरवी नहीं की जाएगी। इस संबंध में बार एसोसिएशन ने प्रस्ताव पास कर दिया है। 

क्या जाति ​की वजह से आरोपियों को बचाया गया?  
उन्नाव केस के आरोपी शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी, उमेश बाजपेई, राज किशोर और हरिशंकर को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस बीच सोशल मीडिया पर आरोपियों की जाति को लेकर बहस हो रही है। आरोप लगाया जा रहा है कि उन्हें बचाने की कोशिशें हुई। बता दें, उन्नाव में कुल 22 लाख वोटर हैं। आबादी 30 लाख के करीब है। करीब 5 लाख लोध वोटर्स हैं, इनकी आबादी ज्यादा है। करीब 3.5 मुस्लिम वोटर्स हैं। ब्राह्मणों के वोटर करीब 2.5 लाख हैं। जबकि ओबीसी और एससी-एसटी के कुल 29 परसेंट वोट हैं।

सीएम योगी ने कहा, नहीं छोड़ेंगे कोई कसर
बता दें, मामले में सीएम योगी पहले ही कह चुके हैं कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

क्या है पूरा मामला
मामला बिहार थाना क्षेत्र के हिंदूनगर का है। कुछ दिन पहले यहां युवती के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया गया था। मामले में दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भी भेजा। हाल ही में वे जमानत पर जेल से बाह आए थे। मामले में गुरुवार को युवती मामले की पैरवी के लिए रायबरेली जा रही थी। रास्ते में सुबह करीब चार बजे दोनों नामजद आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी। जिसके बाद पीड़िता का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां 6 दिसंबर की रात करीब 11 बजे उसने दम तोड़ दिया। बीते गुरुवार यानी 5 दिसंबर को उसे जलाया गया था, जिसमें उसका 90% शरीर झुलस गया था। मरते दम तक पीड़िता आरोपियों को सजा दिलाने की बात कहती रही थी। पुलिस सभी आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है, उन्हें न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया गया है।

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