रामलला की जन्मभूमि अयोध्या में भी धार्मिक स्थलों के पास शराब और मीट बेचने पर बैन लगाया गया है। यूपी में इससे पहले भी मथुरा और वाराणसी में भी शराब की बिक्री पर बैन है।
अयोध्या: रामलला की जन्मभूमि अयोध्या में भी धार्मिक स्थलों के पास शराब और मीट बेचने पर बैन लगाया गया है। बता दें कि यहां पर अनेकों धार्मिक स्थल हैं। मथुरा के अलावा यूपी की सांस्कृतिक नगरी कही जानी वाली वाराणसी में भी सरकार ने धार्मिक स्थलों के पास शराब पर बेचने पर पाबंदी लगा दी है।
मंदिर क्षेत्र के आसपास शराब की बिक्री पर बैन
उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा है कि अयोध्या में मंदिर क्षेत्र के आसपास शराब की दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं। यह जानकारी आबकारी मंत्री ने विधान परिषद में दी है। दरअसल, बसपा सदस्य भीमराव अम्बेडकर ने सवाल पूछा था कि क्या अनुसूचित जाति-जनजाति बहुल बस्तियों में सरकारी मदिरा विक्रय केंद्रों को विस्थापित किया जाएगा? इस पर आबकारी मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति बहुल बस्ती के आसपास दुकानों के लाइसेंस पर कोई प्रतिबंध नहीं है। वहां के निवासियों की आपत्तियों पर विचार करने के बाद ही लाइसेंस दिया जाता है।
मथुरा के अलावा इन शहरों में भी शराब बेचने पर है रोक
मथुरा के अलावा यूपी की सांस्कृतिक नगरी कही जानी वाली वाराणसी में भी सरकार ने धार्मिक स्थलों के पास शराब बेचने पर पाबंदी लगा दी है। सीएम योगी ने अफसरों को सख्त आदेश दिए हुए है कि यहां पर काशी विश्वनाथ मंदिर के एक किलोमीटर के दायरे में शराब की बिक्री नहीं होनी चाहिए।
सीएम योगी ने गर्भ-गृह की रखी शिला
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गर्भ गृह के निर्माण के बाबत पहली शिला रखी है। आदित्यनाथ गर्भगृह में पहला नक्काशीदार पत्थर रख कर समारोह में हिस्सा लिया। इस अवसर पर देश भर से संतों और संतों को आमंत्रित किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के नेता शरद शर्मा के अनुसार, राम मंदिर का गर्भगृह लाल पत्थरों से तैयार किया जाएगा, जो कि "बहुत शुभ होगा।"