लखनऊ में एक 10 साल की बच्ची ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बच्ची मां की डाट से आहत थी। दरअसल मां ने बच्ची को मोबाइल गेम खेलने को लेकर फटकार लगाई थी। उसी के बाद बच्ची ने यह कदम उठाया।
लखनऊ: जनपद में एक 10 वर्षीय बच्ची ने अपने ही घर में सुसाइड कर लिया। घटना पारा इलाके से सामने आई जहां पर मां के द्वारा बच्ची को मोबाइल पर गेम खेलने के लिए डांटा गया था। मां की डांट से आहत होकर बच्ची ने यह कदम उठाया। मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
वापस आकर देखा तो फंदे से लटक रहा था बेटी का शव
घटना पारा थाना अंतर्गत बलदेव खेड़ा से सामने आई। मृतक बच्ची का नाम हर्षिता वाजपेयी है और वह घर में मां के साथ रहती थी। बच्ची के पिता की मौत कुछ साल पहले ही हो गई थी। बताया गया कि हर्षिता कक्षा 6 में पढ़ती थी और उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था। वह अक्सर मोबाइल पर गेम खेला करती थी और उसकी इस हरकत को लेकर ही बच्ची की मां नीतू ने उसे फटकार लगाई थी। मंगलवार को बेटी को डांटने के बाद मां दूसरों के घर में काम करने के लिए चली गई। मां की गैरमौजूदगी में बच्ची ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब नीतू वापस आई तो बच्ची के शव को फंदे से लटकता देख उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई।
मामले की जांच में जुटी पारा पुलिस
मामले को लेकर आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। थाना प्रभारी तेज बहादुर सिंह के द्वारा जानकारी दी गई कि पति की मौत के बाद जीवन यापन करने के लिए नीतू दूसरे के घरों काम करती थी। वह चाहती थी कि बच्ची पढ़ लिख जाए और बड़ी होकर मां का सहारा बने। इसी को लेकर मां ने बच्ची को फटकार लगाई थी और पढाई करने को कहा था। हालांकि बच्ची ने फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली। मामले की जानकारी मिलने के बाद टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटना को लेकर जांच की जा रही है।