यूपी के जिले लखनऊ में घर से सिर्फ 100 मीटर पहले बदमाशों ने सर्राफ की कनपटी में पिस्टल लगाकर दस लाखों के जेवर लेकर फरार हुए है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि बदमाश कई दिनों से रैकी कर रहे है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार की देर रात सर्राफ के साथ बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया। बदमाशों ने सर्राफ की कनपटी पर पिस्टल लगाई और चाकू से बैग को काटकर लाखों के जेवर लेकर फरार हो गए। इतना ही नहीं पीड़ित युवक ने उनका पीछा भी किया पर वह उनको पकड़ने में असमर्थ रहा। इसके बारे में युवक ने पुलिस को बताया तो अब उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस का ऐसा मानना है कि बदमाश सर्राफ का कई दिनों से रेकी कर रहे थे और पूरी प्लानिंग के साथ वारदात को अंजाम दिया गया है।
चाकू से जेवर भरे बैग को बदमाशों ने काटा
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के गुडंबा इलाके के मिश्रपुर गांव का है। यहां के निवासी सर्राफ नरेश सिंह को गन प्वाइंट पर लूटा। इसको दो बाइकों पर सवार तीन ने वारदात को अंजाम दिया। इसका विरोध सर्राफा ने किया तो उसकी कनपटी में पिस्टल लगाने के साथ चाकू से जेवर भरे बैग को काट कर जेवर लूट लिए। उनकी दुकान कुर्सी रोड स्पोर्ट्स कॉलेज के पास महालक्ष्मी ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। वह देर रात बंद कर बाइक से घर लौट रहे थे। सिर्फ 100 मीटर दूर पर घर था लेकिन उससे पहले दो युवकों ने रोक लिया। बाइक रोकते ही युवकों ने जेवर से भरा बैग छीनने की कोशिश की।
10 लाख के सोने और चांदी के जेवर लूट ले गए बदमाश
नरेश के विरोध पर फायर करते हुए तमंचा कनपटी पर लगा दिया। इसी बीच एक युवक ने बैग को चाकू से काट कर करीब उसमें रखे दस लाख कीमत के जेवर लूट लिए। इसके अलावा भागते हुए उन्होंने हवाई फायरिंग की। युवक ने करीब एक किलोमीटर तक पीछा किया लेकिन वह कुर्सी रोड की तरफ भाग निकले। पीड़िता का कहना है कि बैग में करीब 210 ग्राम सोने के जेवर और दो किलो चांदी के जेवर थे। बदमाशों ने बैग काटकर उसमें रखे सोने के कंगन-हार, अंगूठियों के साथ चांदी के जेवर लूट लिए। इन सभी की कीमत करीब 10 लाख रुपए थी। नरेश के मुताबिक वह दुकान पर आते और जाते वक्त जेवर अपने साथ लाते और ले-जाते थे।
बदमाशों की तलाश के लिए बनाई गई 5 टीम
पुलिस की जांच में अभी तक सामने आया है कि लुटेरे पीड़ित की कई दिनों से रैकी कर रहे थे। इस दिन भी उन्होंने सर्राफा का दुकान से एक युवक ने पीछा किया और दो उसके घर के पास ही खड़े थे। इन्हीं दोनों ने घटना को अंजाम दिया। इस मामले को लेकर इंस्पेक्टर गुंडबा आलोक कुमार राय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की। पुलिस ने सीसी कैमरों की फुटेज भी खंगाली। उन्होंने बताया कि एक साल पहले ही नरेश ने दुकान खोली थी। जिस तरह घटना को अंजाम दिया गया है, उससे इतना तो साफ है कि वारदात में कोई करीबी शामिल है या उसने लुटेरों को जानकारी दी। वह आगे कहते है कि लुटेरों को पूरी जानकारी थी कि वह कब दुकान बंद करते हैं। फिलहाल बदमाशों की तलाश में सर्विलांस समेत पांच टीमें लगाई गई हैं।
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