यूपी के लखनऊ में बीते शनिवार को छात्रों के दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई हो गई। इस दौरान कठौता के पास LPS में पढ़ने वाले 12वीं के छात्र अंश की मौत हो गई। मृतक छात्र की मां का कहना है कि उनके बेटे की मौत में IAS के बेटे का हाथ है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को छात्रों के दो गुटों में लड़ाई हो गई। इस दौरान कठौता के पास LPS में पढ़ने वाले 12वीं के एक छात्र अंश की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वर्चस्व को लेकर यह विवाद हुआ था। अंश के पिता ने बताया कि मौत से पहले उनके बेटे ने कहा था कि वह किसी के साथ लड़ाई-झगड़ा नहीं करता है। लेकिन कोई अगर उससे लड़ेगा तो वह उसे छोड़ेगा भी नहीं। वहीं पुलिस ने इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। छात्र की मौत के बाद उसकी मां को रो-रोकर बुरा हाल है। अंश की मां ने कहा कि बेटे की हत्या में IAS का बेटा शामिल है। इसलिए पुलिस शांत है। लेकिन उनको न्याय चाहिए।
छात्रों के दो गुटों में हुई मारपीट
बता दें कि बीते 26 नवंबर शनिवार को छात्र पुनीत तिवारी उर्फ अंश विभव खंड में रायल माउंट एकेडमी के बाहर अपने दोस्त के साथ खड़ा था। तभी स्कूल की छुट्टी होते ही छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए। इस दौरान छात्रों के एक गुट ने अंश को पीट-पीट कर मार डाला। इसके बाद अंश के साथी उसे इलाज के लिए फौरन लोहिया अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। माउंट रॉयल स्कूल के नजदीक रहने वाले डॉक्टर दंपति ने कहा कि वह मारो-मारो का शोर सुनकर बाहर निकते तो देखा छात्र मारपीट कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ छात्र हाथ में गमला लिए हुए थे। इसी दौरान एक छात्र ट्रांसफार्मर के पास अचेत होकर गिर गया। छात्र के गिरते ही कुछ छात्र मौके से भाग निकले।
प्रत्यक्षदर्शी महिला ने बताई पूरी घटना
बेसुध छात्र को अन्य छात्र बुलेट पर बैठाकर ले गए। मामले की जानकारी मिलने पर जब मौके पर पुलिस पहुंची तो पता चला कि बेहोश होकर गिरने वाले छात्र की मौत हो गई है। वहीं विजिलेंस इंस्पेक्टर विजय यादव ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि वह भी शोर सुनकर बाहर निकले तो देखा कि घर के बाहर कुछ छात्र एक लड़के पर गमले से हमला कर रहे थे। इस बीच स्कूल के टीचर भी बीच-बचाव करने आए थे। लेकिन थोड़ी देर बाद वह भी वापस चले गए। बता दें कि पुलिस देर रात तक आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक करती रही। इसके अलावा आसपास के लोगों से मामले की पूछताछ भी की गई। छात्रों के झगड़े को प्रत्यक्ष रूप से देखने वाली महिला ने बताया कि अंश के साथ चार-पांच बुलेट से आए थे। वहीं अंश एक गमछे वाले युवक के साथ आया था। महिला ने बताया कि वह देखने में छात्र नहीं लग रहा था।
मृतक छात्र के पिता ने पुलिस पर लगाए आरोप
वहीं अंश के पिता शंकराचार्य का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार रोते हुए कह रहे थे कि वर्चस्व की लड़ाई ने उनके बेटे की जान ले ली। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कुछ दिन पहले जब विवाद हुआ था, यदि पुलिस उसी दौरान सक्रियता दिखाती तो आज उनका बेटा जिंदा होता। बता दें कि अंश के पिता शंकराचार्य तिवारी बाराबंकी आरटीओ के प्रवर्तन दस्ते में सिपाही हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार को अंश घर से तो निकला था लेकिन वह स्कूल नहीं गया था। पत्नी ममता के शंकराचार्य को दोपहर में मामले की जानकारी दी। वहीं इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत फैली हुई है। लोगों में डर है कि पूछताछ के नाम पर पुलिस किसी को थाने ना बुला ले। फिलहाल पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है।