यूपी के जिले लखनऊ में एलडीए ने बीजेपी सांसद संजय सेठ को नोटिस दिया था, जिसमें आरोप था कि जो निर्माण कराया है उसका नक्शा पास नहीं किया गया है। जिसके बाद नेता ने जवाब दिया है कि मेरे नाम पर प्रोजेक्ट और भूमि नहीं है। एलडीए को लेकर काफी नाराजगी जताई है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नक्शा पास नहीं कराने पर शहर के बड़े बिल्डर व भाजपा से राज्यसभा के सांसद संजय सेठ को एलडीए ने नोटिस भेजा है। उन पर आरोप है कि उन्होंने जो निर्माण कराया है, उसके लिए नक्शा पास नहीं किया गया है। हालांकि बीजेपी नेता संजय सेठ की तरफ से एलडीए के नोटिस पर अपना पक्ष भी रखा है। गुरुवार को उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि जिस प्रोजेक्ट के लिए उनको नोटिस दिया गया है, वह उनका नहीं है। वहीं दूसरी ओर एलडीए में अपनी बात रखते हुए उनकी टीम की तरफ से बताया गया है कि मेरे नाम का व्यक्तिग नोटिस दिया गया पर वह प्रोजेक्ट और भूमि मेरे नाम पर नहीं है।
जवाब देने के दौरान सांसद ने एलडीए को दी सलाह
राज्यसभा सांसद ने इसको लेकर एलडीए से काफी नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि आपके नोटिस पर सामाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ता के रूप में मुझे व पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है। इतना ही नहीं उन्होंने एलडीए से यह भी कहा कि भविष्य में किसी भी मामले में नोटिस देने से पहले सभी तथ्यों की अच्छी तरह से जांच कर लें ताकि ऐसी कार्यवाही से किसी भी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को ठेस न पहुंचे। बता दें कि संजय सेठ के जापलिंग रोड स्थित निर्माण पर सवाल उठा था। ऐसा भी बताया जा रहा है कि यहां के बेसमैंट प्लस आठ मंजिल का निर्माण कराया गया लेकिन अभी तक उसके लिए कोई नक्शा नहीं दिखाया गया है।
बीजेपी सांसद ने राज्यसभा पेड पर दिया जवाब
एलडीए के जरिए संजय सेठ के खिलाफ अक्टूबर के महीने में यह नोटिस जारी किया गया था। इसमें 10 अक्टूबर को नक्शा के साथ संजय सेठ या उनके प्रतिनिधि को एलडीए में विहिप अधिकारी के सामने पेश होना था। बीजेपी सांसद ने एलडीए के नोटिस का जवाब अपने राज्यसभा के पेड पर दिया है। उसमें कहा गया है कि इस तरह की गलत नोटिस से उनकी पार्टी और उनकी छवि खराब होगी। इसके अलावा विहिप अधिकारी को चेतावनी भी दी गई है कि आगे से कोई भी नोटिस जारी करने से पहले अच्छे से साक्ष्य चेक कर लें।