बसपा जिलाध्यक्ष योगेश कुमार ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि साल 2007 में गोकुल और 2012 में गोवर्धन से बसपा के विधायक रह चुके राजकुमार रावत तथा दो अन्य नेताओं-एसके शर्मा व सोन पाल को गुरुवार को पार्टी से निकालने का फैसला लिया गया। हालांकि, उनके निष्कासन की अवधि अभी तय नहीं की गई है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में मिली करारी हार के बाद मायावती लगातार पार्टी नेताओं के साथ समीक्षा बैठक कर रही हैं। मायावती लगातार विपक्ष पर हमला कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ हार के जिम्मेदार नेताओं पर कार्रवाई भी कर रही हैं। मायावती ने बीएसपी के मथुरा जिले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक पूर्व विधायक समेत तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
मायावती द्वारा बुलाई गई बैठक में ना पहुंचने पर हुई कार्रवाई
कुमार के मुताबिक, निष्कासित नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने हाल ही में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार की समीक्षा के लिए लखनऊ में बुलाई गई बैठक में शिरकत नहीं की। मालूम हो कि मांट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी का टिकट नहीं मिलने से नाराज एसके शर्मा चुनाव से ऐन पहले बसपा में शामिल हुए थे और उन्होंने मथुरा सीट से किस्मत आजमाई थी। शर्मा ने हालांकि, 11 मार्च को ही बसपा की सदस्यता से इस्तीफा देने का दावा किया है। कुमार ने बताया कि पार्टी से निष्कासित तीसरे नेता सोनपाल ने छाता विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
मायावती ने ट्वीट कर साधा निशाना
वहीं मायावती ने ट्वीट कर अखिलेश यादव पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के अनेकों बार विदेश भ्रमण की आड़ में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने अपनी विदेशी यात्राओं को उचित ठहराने का प्रयास किया। बसपा प्रमुख ने कहा कि अखिलेश यादव की यह अपनी कमियों पर पर्दा डालने की कोशिश है। इसका शिकार भाजपा उनको अक्सर बनाती है। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि क्या यह सही है?
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