VC से चलाता था कट्टरता की क्लास...अब STF के चंगुल में PFI का सक्रिय सदस्य, 2022 में लड़ा था विधानसभा चुनाव

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने लखनऊ से अहमद बेग नदवी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अहमद बेग नदवी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का सदस्य रहा है और PFI के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर यूट्यूब पर लोगों को बरगला रहा था। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 24, 2022 5:23 AM IST / Updated: Sep 24 2022, 11:08 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने पीएफआई के राजनीतिक फ्रंट एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के सक्रिय सदस्य अहमद बेग नदवी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। PFI के फंड रेजर अहमद बेग को एसटीएफ ने मदेयगंज के खदरा स्थित मक्कागंज के किराए के मकान से दबोच लिया। PFI के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर यूट्यूब पर लोगों को बरगला रहा था। एसटीएफ ने आरोपी के पास से मोबाइल, डायरी, लैपटॉप, किताब, कंप्यूटर व अन्य सामग्री बरामद की है। उसमें कई देश विरोधी वीडियो व संदेश मिले हैं।

2018 तक लखनऊ के कॉलेज में था पढ़ाता
अहमद बेग नदवी पर आरोप है कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर देशद्रोह की साजिश रच रहा था। इतना ही नहीं वह पहले पीएफआई के सदस्य के अलावा ऑल इंडिया उलमा काउंसिल का अध्यक्ष भी रह चुका है। यूपी एसटीएफ उसके बारे में और जानकारी जुटाने में लगी हुई है। नदवी के खिलाफ यह भी सामने आया है कि ओमान समेत कई खाड़ी देशों में जाकर PFI के लिए फंड इकट्ठा करने का काम कर रहा था। श्रावस्ती का रहने वाला अहमद बेग नदवी 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की मुहिम चला रहा था। इतना ही नहीं वह लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक कर चुका है। उसने अरबी भाषा में मास्टर की डिग्री हासिल की है। इसके बाद नदवा के आलीम व फाजिल की पढ़ाई की और साल 2018 तक लखनऊ के नदवा कॉलेज में शिक्षा देता रहा।

साल 2022 के विधानसभा चुनाव भी लड़ा
एसटीएफ के अधिकारी के अनुसार सब इंस्पेक्टर की ओर से अहमद बेग नदवी के खिलाफ राष्ट्र द्रोह समेत कई धाराओं में मदेयगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वह खदरा में कई सालों से किराए के मकान पर रह रहा था। मूल रूप से श्रावस्ती के बसनपुर हरवंशपुर का रहने वाला है। उन्होंने आगे बताया कि उसके पिता सलीम बेग आते-जाते रहते हैं। वह प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों में जाकर संगठन को मजबूत कर रहा था। आगे कहते है कि हाल के यूपी विधानसभा चुनाव में बहराइच के कैसरगंज विधानसभा सीट पर चुनाव भी लड़ा था। इस दौरान उसके साथ युवाओं की लंबी टीम भी थी। हालांकि स्थानीय लोगों ने अहमद के मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया।  

वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चलता था क्लास
अधिकारी के अनुसार अहमद कई तरह की हिंसक गतिविधियों में भी शामिल रहता था। उसने एनआरसी-सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान भी उसने लोगों को भड़काया था। इन सबके अलावा भी वह लव जिहाद, अपने धर्म के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और मनी लांड्रिंग के साथ ही कई प्रतिबंधित संगठनों से भी जुड़ा रहता था। वह दूसरे धर्मों पर आपत्तिजनक टिप्पणी भी करता था। साथ ही ओमान में अक्सर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कट्टरता की क्लास भी चलता था। देश में राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और केरल समेत कई राज्य में भी तकरीर करने जाता था। 

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