उत्तर प्रदेश की काशी नगरी में स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एक नए कोर्स की शुरूआत होने जा रही है। इतिहास विभाग के द्वारा नए सत्र में हेरिटेज मैनेजमेंट और धर्म सहित पांच नए पाठ्यक्रम की शुरुआत हो रही है।
अनुज तिवारी
वाराणसी: सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में नए कोर्स की शुरुआत हो रही है। इस वर्ष इतिहास विभाग द्वारा नये सत्र द्वारा हेरिटेज मैनेजमेंट और धर्म सहित पांच नए पाठ्यक्रम की शुरुआत हो रही हैं। इसको लेकर विभाग द्वारा तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं ।
देश-विदेश के छात्र जानेंगे काशी का इतिहास
वाराणसी स्थित बीएचयू में देश के साथ-साथ विदेश से भी छात्र पढ़ाई करने आते हैं और काशी को जानने की ललक सभी को रहती है। इसको लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने एक खास कोर्स की शुरुआत की है इस कोर्स में बनारस के भारतीय धर्म-संस्कृति तथा हेरिटेज मैनेजमेंट की जानकारी हो सकेगी।
‘एमए इन काशी स्टडी’ कोर्स की होगी शुरुआत
विभागाध्यक्ष प्रो अनुराधा सिंह की मानें तो 2 साल के इस पाठ्यक्रम में 20 चैप्टर होंगे। साथ ही रिसर्च का काम भी होगा। इससे छात्रों को काशी के धार्मिक-ऐतिहासिक महत्व संग यहां की परंपरा, कला और संस्कृति के साथ ही मंदिर और काशी की महत्ता से जुड़ी जानकारी दी जाएगी। इस नए कोर्स में करीब 50 सीटें होंगी। फीस भी अन्य दूसरे पीजी कोर्स जैसी ही होगी।
छात्रों ने जताई खुशी, कहा- अच्छी पहल
बीएचयू के शोध छात्र पतंजलि पाण्डेय ने कहा कि काशी स्टडीज की शुरूआत अत्यंत स्वागतयोग्य कदम है। काशी नगरी ज्ञान एवं संस्कृति का केंद्र रही है। काशी के विभिन्न आयामो सांस्कृतिक विलक्षणता का अध्ययन निःसन्देह ज्ञान के विभिन्न कपाट खोलेगा। वहीं शोध छात्र चक्रपाणि ओझा ने बताया कि काशी के अध्ययन से काशी की संस्कृति सभ्यता को आने वाले छात्र पढ़ेंगे। जिससे काशी के साथ-साथ अन्य राज्यों से आने वाले छात्र काशी की सभ्यता और धरोहर को जानेंगे। विश्वविद्यालय इस पहल से हमें खुशी है।
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