माघ मेला: एक घंटे में तैयार होगा 10 हजार श्रद्धालुओं का भोजन, 2 हजार KM दूर से मंगाई गई हाईटेक मशीन

इस मशीन तक सामान पहुंचाने और उससे बने भोजन को रखने के लिए पांच से सात लोगों की जरूरत पड़ेगी। इस तरह रोज एक से डेढ़ लाख लोगों को फ्री भोजन कराने की तैयारी है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 31, 2019 1:09 PM IST / Updated: Dec 31 2019, 07:00 PM IST

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)। इस बार माघ मेला में महंत राम गोपाल दास के शिविर में मेगा किचन होगी। वह श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के शिष्य हैं। उनका उद्देश्य है कि कोई श्रद्धालु भूखा न रहे। इसके लिए 2100 किमी दूर कोयंबटूर से हाईटेक मशीन मंगाई गई है, जिसमें हर घंटे दस हजार लोगों के लिए भोजन प्रसाद तैयार होगा। 

यहा लगेगा शिविर
महंत रामगोपाल दास ने बताया कि उनका शिविर महावीर मार्ग और अक्षय वट मार्ग के बीच में गंगा किनारे लग रहा है। माघ मेला प्रशासन ने शिविर के लिए जमीन दे दी है।

माघ मेले से पहले शुरू हो जाएगा भंडारा
महंत रामगोपाल दास ने बताया कि मशीन को झूंसी स्थित आश्रम में रखा गया है। उसके पार्ट अलग-अलग हैं। कोयंबटूर से टेक्नीशियन आकर मशीन को गंगा किनारे शिविर में फिट करेंगे। फिर शिविर लगाया जाएगा है। 

40 लाख रुपये की ऑटोमेटिक मशीन
माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए महंत रामगोपाल दास हर साल भंडारा कराते हैं, लेकिन इस बार माघ मेला में भंडारा और किचन का स्वरूप वृहद होगा। इसके लिए संगम तीरे तैयार किए जा रहे शिविर में भोजन प्रसाद तैयार करने को कोयंबटूर से 40 लाख रुपये कीमत की ऑटोमेटिक मशीन खरीदी गई है।

यह है मशीन की खासियत
इस मशीन में एक साथ 30 सिलेंडर लगते हैं। इसका संचालन बिजली से होता है। इसमें एक साथ दाल, चावल, रोटी, सब्जी, इडली, डोसा, सांभर बनाया जा सकता है। आटा गूंथने से लेकर रोटी बेलने और सेकने तक का काम आटोमैटिक है। इसी तरह सब्जी भी मशीन ही काटकर पकाएगी।

जमीन मिली तो आगे भी चलेगा भंडारा
उसमें मशीन रखने और लोगों को भोजन कराने की जगह भी व्यवस्थित की जा रही है। मेला शुरू होने से पहले किचन शुरू हो जाएगा। इस किचन से पूरे माघ मेला के दौरान श्रद्धालुओं को भोजन कराया जाएगा। अगर जिला प्रशासन यहां मेला के बाद भी जगह देगा तो भंडारा आगे भी चलता रहेगा।

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