10 जनवरी से 43 दिन तक चलेगा माघ मेला, एटीएस से लेकर यह होगी हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था

अधिकारियों के मुताबिक मेले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही गंभीर बीमार या घायलों को लखनऊ या दिल्ली ले जाने के लिए एयर और वाटर एंबुलेंस की भी व्यवस्था के प्रयास किए जा रहे हैं।

Ankur Shukla | Published : Jan 4, 2020 7:04 AM IST / Updated: Jan 04 2020, 01:45 PM IST

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) । 10 जनवरी से शुरू हो रहे 43 दिन तक चलने वाले माह मेला में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। पूरे मेला क्षेत्र की सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जाएगी। साथ ही एटीएस की टीमें और एसटीएफ के कमांडों भी मुस्तैद रहेंगे। ये मोबाइल सर्विलांस से भी नजर बनाए रहेंगे, ताकि मेला के दौरान किसी प्रकार की खलल उत्पन्न न हो। 

पर्यटक और स्नानार्थियों की भीड़ बढ़ने की संभावना
अबकी माघ मेले को हर बार से कहीं ज्यादा भव्य रूप दिया जा रहा है। अनुमान है कि कुंभ के बाद आयोजित हो रहे माघ मेले में कहीं ज्यादा पर्यटक और स्नानार्थी आएंगे। इसी वजह से मेले में सुरक्षा व्यवस्था भी पहले की तुलना में ज्यादा और हाइटेक की जा रही है।

नावों पर लाइफ सेविंग जैकेट अनिवार्य
माघ मेले में स्नानार्थियों और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सभी नाव पर लाइफ सेविंग जैकेट रखे जा रहे हैं। नावों पर लोगों को ये जैकेट पहनना अनिवार्य किया गया है। रोज नावों की जांच हो रही है। 

एक नजर में सुरक्षा व्यवस्था
-पुलिस के लिहाज से मेले को तीन जोन परेड, झूंसी और अरैल जोन में बांटा गया है।
-छह सेक्टर और सात सर्किल में मेला क्षेत्र को बांटा गया है।
-मेले में साढ़े तीन हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती।
-माघ मेला में बनाए गए 13 थाने, 38 पुलिस चौकियां और 13 फायर स्टेशन।
-174 उच्च क्षमता के और आधुनिक सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी।
-निगरानी के लिए लगाए जाएंगे जगह-जगह ड्रोन कैमरें।
-आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए एटीएस और एसटीएफ भी तैनाती।
-तीन अपर पुलिस अधीक्षक और 13 डिप्टी एसपी भी है तैनाती।
-जल सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की भी एक-एक कंपनी रहेगी। 
-नौ कंपनी पीएसी, 14 एंटी सबोटाज चेक टीम और बम डिस्पोजल स्कवायड की दो टीम सक्रिय रहेगी। 
-किसी संकट से निपटने के लिए सेक्टर वार रेस्क्यू और बाहर निकालने को इवैक्यूशन योजना भी तैयार है।

मेले में बसे लोगों और दुकानदारों का सत्यापन
मेला क्षेत्र में संदिग्ध लोगों की जांच और बैग आदि की तलाशी के लिए बैगेज स्कैनर भी लाया गया है। इसके अलावा पूरे मेले में एलआइयू के गुप्तचरों को सक्रिय किया गया है। मेले में बसे लोगों और दुकानदारों के नाम पते का सत्यापन किया जा रहा है।

एयर एंबुलेंस के लिए भी प्रयास
अधिकारियों के मुताबिक मेले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही गंभीर बीमार या घायलों को लखनऊ या दिल्ली ले जाने के लिए एयर और वाटर एंबुलेंस की भी व्यवस्था के प्रयास किए जा रहे हैं।

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