
महराजगंज: फरेदा कस्बे के विष्णु मंदिर तिराहे पर 105 फीज ध्वजारोहण के बुलावे पर आए क्षेत्रीय विधायक वीरेंद्र चौधरी आग बबूला हो गए। वह मंच पर कुर्सी न मिलने से नाराज थे। नाराज विधायक जमीन पर ही बैठ गए और यह देखने के बाद उनके आधा दर्जन से अधिक समर्थकों ने भी वहीं जमीन पर बैठ रोष प्रकट किया। इस बीच अधिकारियों की ओर से उनकी मान-मनौव्वल की जाती रही। हालांकि बाद में शहीद की पत्नी और बेटे से ही ध्वजारोहण करवाया गया।
कुर्सी और सम्मान न मिलने से जताई नाराजगी
इस मामले की सूचना मिलते ही एसडीएम राम सजीवन मौर्य और सीओ कोमल प्रसाद मिश्र भी मौके पर जा पहुंचे। किसी तरह से मान मुनौव्वल के बाद मामले को शांत करवाया गया। इसके बाद ही आगे का कार्यक्रम हो सका। आपको बता दें कि फरेंदा कस्बे के विष्णु मंदिर तिराहे पर 105 फीट तिरंगा का लोकार्पण होना था। इसको लेकर विधायक वीरेंद्र चौधरी को नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा निमंत्रण दिया गया था। विधायक समय से ही कार्यक्रम में पहुंच गए। लेकिन उन्हें कुर्सी और सम्मान नहीं मिला। इसके बाद उनकी नाराजगी सामने आई और वह जमीन पर ही बैठ गए।
विधायक बोले- निमंत्रण पर बुलाने के बाद नहीं दिया स्थान
विधायक के धरने पर बैठते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। शासन-प्रशासन के लोग भी वहां पर जुटे और मान मनौव्वल का काम हुआ। इस बीच प्रशासन ने पुलवामा में शहीद पंकज त्रिपाठी की पत्नी और रोहिणी त्रिपाठी और बेटे से ध्वाजारोहण करवाया। मामले को लेकर विधायक वीरेंद्र चौधऱी ने कहा कि नगर पंचायत प्रशासन की ओर से ही उन्हें निमंत्रण दिया गया था। हालांकि मंच पर उन्हें उचित स्थान नहीं दिया गया। इसके चलते ही वह खाली स्थान पाकर जमीन पर ही बैठ गए। इस बीच आयोजकों के खिलाफ समर्थकों की नाराजगी खुलकर सामने भी आई। वहीं इस मामले को लेकर एसडीएम रामसजीवन मौर्य ने कहा कि प्रकरण नगर पंचायत का है।
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