
कानपुर (उत्तर प्रदेश). कानपुर के प्रॉपर्टी कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड (manish gupta murder case) में एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। जिसमें पुलिस का बेहरम चेहरा दिखाई दे रहा है। किस तरह से मौत के बाद पुलिसकर्मी शव को जानवरों की तरह ले जाते दिख रहे हैं। इस सीसीटीवी के साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पुलिस वालों ने कदम-कदम पर अनुशासनहीनता की और मर्यादा को तार-तार किया है।
पुलिस की जांच पर खड़े हो रहे कई सवाल
दरअसल, गोरखपुर के जिस होटल में मनीष की हत्या हुई है। उसी कृष्णा पैलेस का यह सीसीटीवी सामने आया है। जिसके चलते पुलिस और जांच पर की सवाल खड़े हो रहे हैं। अब पुलिस भिवाग इस पर भी अपनी साफई देने में लगे हुए हैं। इतना ही नहीं सीनियर अधिकारियों ने तो होटल का यह फुटेज देखे बिना ही कह दिया था कि यह एक महज हादसा है।
खून से लथपथ हालत में मनीष को नीचे उतारा
होटल के सीसीटीवी में दिख रहा है कि जब पुलिसकर्मी होटल के कमर नंबर 512 से मनीष को उठाकर बाहर लाए तो उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिसवालों ने होटल के दो स्टाफ के साथ खून से लथपथ मनीष के हाथ-पैर पकड़वाकर लिफ्ट से नीचे उतरवाया था। इस दौरान एक दरोगा ने तौलिया रिसेप्शन पर खड़े एक शख्स को दे दिया था। यह तौलिया खून से सना हुआ था। एसआईटी इस फुटेज की जांच कर रही है।
यह है पूरा मामला
बता दें कि 27 सितंबर को मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों हरदीप सिंह चौहान और प्रदीप सिंह चौहान के साथ गोरखपुर घूमने गए थे। यहां पर वह एक होटल में रुके थे। इसी दौरान आधी रात पुलिस होटल में चेकिंग करने पहुंची। मनीष गहरी नींद में थे तो पुलिस ने उनको सोते हुए जगाया तो मनीष ने कहा कि इतनी रात में क्यों जगा रहे हो, क्या हम आतंकी हैं। बताया जाता है कि इसी बात पर पुलिस ने मनीष को पीटना शुरू कर दिया। जहां वह गंभीर रुप से घायल हो गए। आनन-फानन में पुलिसवाले अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
प्रशासन ने 6 पुलिसवालों को किया सस्पेंड
मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में गोरखपुर के थाना रामगढ़ताल में पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह समेत 6 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस इंस्पेक्टर पर आरोप है कि उनकी पुलिस टीम ने मनीष गुप्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर चोट के निशान दिख रहे हैं, जो यही कर रही है कि उसे बुरी तरह पीटा गया।
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