कानपुर हिंसा: मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी की तलाश में जुटी पुलिस, पहले भी विवादों से रहा है गहरा नाता

कानपुर हिंसा मामले में पुलिस मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी की तलाश में जुटी हुई है। वह पहले भी विवादों में रहा है। पुलिस का मानना है कि इस हिंसा के पीछे का मास्टरमाइंड वो ही था। उसकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमों को लगाया गया है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Jun 4, 2022 3:16 AM IST

कानपुर: जनपद में दो पक्षों में हुए बवाल के बाद पुलिस धरपकड़ और छापेमारी की कार्रवाई में लगी हुई है। कानपुर पुलिस की ओर से एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी की तलाश जारी है। इसी को हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। हाशमी और अन्य नेताओं ने ही बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा के पैंगबर मोहम्मद को लेकर दिए बयान के खिलाफ जुलूस निकाला था। इस बीच दो समुदाय के लोग भिड़े और यह पूरा वाकया सामने आया। इस घटना में आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। वहीं इस हिंसा में कई बाईक, कार और स्कूटी को भी नुकसान पहुंचाया गया। 

सीएए एनआरसी प्रदर्शन में भी था सक्रिय 
रिपोर्टस की मानें तो मास्टरमाइंट हयात जफर हाशमी बीते कुछ सालों में कई सम्पत्ति अर्जित कर चुका है। वह घर में राशन कंट्रोल चलाता है। इससे पहले हाशमी ने मकान खाली करवाने के लिए अपनी बहन और मां को उकसा कर कानपुर डीएम कार्यालय में आग लगवाई थी। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई थी। हयात जफर हाशमी सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा सक्रिय है और वह पहले भी कई बार लोगों को उकसा कर उपद्रव करवा चुका है। वह सीएए और एनआरसी प्रदर्शन के दौरान भी काफी सक्रिय रहा था। 

सूफी खानकाह एसोसिएशन ने बताया पीएफआई कनेक्शन 
वहीं सूफी खानकाह एसोसिएशन की ओर से कानपुर हिंसा को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी  कैसर हसन मजीदी ने कहा कि इस हिंसा के पीछे पीएफआई का कनेक्शन है। इस मामले में उन्होंने सरकार से उच्चस्तरीय जांच की अपील की है। 

क्या था पूरा मामला 
आपको बता दें कि भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी से मुस्लिम समाज के लोगों में नाराजगी है, जिसे लेकर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में बवाल हो गया। इस बीच अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और लोगों को वहां से खदेड़ा। पुलिस ने 18 उपद्रवियों को हिरासत में लिया। जोहर फैंस एसोसिएशन और अन्य मुस्लिम तंजीमों ने पहले ही शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय से कारोबार बंद रखने की अपील की थी। इसी बीच यह विवाद सामने आया। फिलहाल पुलिस अब आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। 

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