बांके बिहारी मंदिर में दर्शन समय बढ़ाने के खिलाफ दायर हुई याचिका, वाद में कहा- भगवान बाल स्वरूप हैं थक जाएंगे

यूपी के जिले मथुरा के वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में दर्शनों का समय बढ़ाने को लेकर किए गए आदेश के खिलाफ अधिवक्ता ने कोर्ट में वाद दाखिल किया है। वाद में अधिवक्ताओं ने कहा है कि भगवान बाल स्वरूप में है और वह थक जाएंगे।

Asianet News Hindi | Published : Nov 17, 2022 5:53 AM IST

मथुरा: उत्तर प्रदेश के जिले मथुरा के वृंदावन में बांके बिहारी में श्रद्धालुओं के लिए दर्शन का समय बढ़ाया गया। इसी को लेकर किए गए आदेश के खिलाफ अधिवक्ता ने कोर्ट में वाद दाखिल किया है। यह वाद सिविल जज जूनियर डिवीजन की कोर्ट में अधिवक्ता ने आदेश को निरस्त करने की मांग की है। इसके अलावा श्रद्धालुओं की भावना आहत होने की बात कही है। दरअसल बांके बिहारी मंदिर में दर्शनों का समय बढ़ाने को लेकर मंदिर के रिसीवर और सिविल जज जूनियर डिवीजन ने एक आदेश जारी किया था। उसी के अनुसार मंदिर का समय गर्मी और सर्दियों में 8 घंटे 15 मिनट से बढ़ाकर 11 घंटे तक करने का निर्णय किया था।

बाल स्वरूप में भगवान ज्यादा देर तक खड़े होने पर जाएंगे थक
सिविल जज सीनियर डिवीजन और मंदिर रिसीवर के द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार अधिवक्ता दीपक शर्मा ने वाद दाखिल किया। इस वाद में दीपक की मांग है कि आदेश को निरस्त किया जाए ताकि श्रद्धालुओं की भावना आहत न हो। दाखिल गए वाद में अधिवक्ता का कहना है कि भगवान बांके बिहारी बाल स्वरूप में हैं। वह अभी आठ घंटे दर्शन देते हैं उसके बाद थक जाते हैं। श्रद्धालुओं को दर्शन देने के बाद उनके पैर दबाकर सेवा की जाती है। नए आदेश में 11 घंटे का समय दिया गया है। 11 घंटे तक बाल स्वरूप में 11घंटे रखने पर वह थक जाएंगे। इससे श्रद्धालुओं की भावना आहत होगी।

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श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देख बढ़ाया गया दर्शन का समय
अधिवक्ता दीपक शर्मा ने कोर्ट में दाखिल किए गए वाद में कहा है कि जब इंसान से आठ घंटे काम लिया जाता है तो भगवान से 11 घंटे क्यों। उनका कहना है कहा जा रहा है भीड़ बढ़ रही है इसलिए दर्शनों का समय बढ़ाया जाए। आगे कहते है कि भीड़ बढ़ने पर भगवान के बाल स्वरूप को 11 घंटे तक खड़े रखना उचित नहीं है। उनकी ओर से दाखिल किए गए वाद में कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रख लिया है। बता दें कि श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए 14 नवंबर को सिविल जज जूनियर डिवीजन ने दर्शनों का समय बढ़ाने का आदेश जारी किया था।

प्रशासन, मंदिर प्रबंधन और पुलिस कर रही नई व्यवस्था
बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी के दिन मंगला आरती के दौरान हुए हादसे को ध्यान में रखते हुए मथुरा प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रण करने के लिए मंदिर में दर्शन का समय बढ़ा दिया। जिसके विरोध में अधिवक्ताओं ने न्यायालय में याचिका दायर की है। पिछले कुछ समय में बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी है। जिसको लेकर आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा देने के लिए प्रशासन, मंदिर प्रबंधन और पुलिस हर दिन नई व्यवस्था करता रहता है। इसी वजह से सिविल जज जूनियर डिवीजन ने मंदिर में दर्शनों के समय में बढ़ोत्तरी का आदेश दिया था।

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