AMU में मेडिकल की छात्राओं ने उत्पीड़न के विरोध में किया प्रदर्शन, कॉलेज प्रशासन से रखी ये मांग

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने छेड़खानी और चेन स्नेचिंग के विरोध में कुलपति आवास के सामने तीन घंटे तक धरना दिया। छात्राओं ने हॉस्टल की दीवार तोड़कर उसमें गेट लगाने की मांग की है।

Asianet News Hindi | Published : Jul 31, 2022 6:35 AM IST

अलीगढ़: उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेएन मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने कुलपति आवास के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान मेडिकल स्टूडेंट्स ने बड़ा आरोप लगाया है। हॉस्टल में उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर छात्राएं काफी आक्रोशित थीं। छात्राओं ने कुलपति आवास के सामने छेड़खानी और चेन स्नेचिंग के विरोध में करीब तीन घंटे तक धरना दिया। इस दौरान छात्राओं ने हॉस्टल की दीवार तोड़कर उसमें गेट लगाने की मांग की है। तो वहीं एएमयू इंताजामिया और छात्राओं के बयान में भी विरोधाभास रहा।

छात्राओं के धरने के बीच में कॉलेज के कई अधिकारी पहुंचे 
एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे धरने पर बैठ गई। कॉलेज की छात्राएं, जो अजीजुन निसा हॉस्टल में रह रही हैं। वह छेड़खानी और चेन स्नेचिंग के विरोध में कुलपति आवास के सामने धरने पर बैठ गई हैं। यह छात्राएं करीब रात करीब साढ़े नौ बजे तक बैठी रहीं। उनके धरने पर बैठने की खबर से एएमयू इंतजामिया परेशान हो गया। इस मौके पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. शाहिद अली सिद्दीकी, डीएसडब्ल्यू प्रो. मुजाहिद बेग सहित तमाम जिम्मेदार अधिकारी पहुंच गए। उन्होंने छात्राओं को समझाने की कोशिशें की, लेकिन वह नाकाम रहे। छात्राएं अपनी मांग पर अड़ी रहीं।

20 घटनाओं होने को लेकर छात्राओं ने किया दावा
छात्राओं का कहना हा कि दो-तीन महीने में 25-30 चेन स्नेचिंग की घटनाएं छात्राओं के साथ हो चुकी हैं। इतना ही नहीं उनकी स्कूटी गिराकर उनसे छेड़खानी भी की जाती है। इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वालों में 15 साल से 40 साल के व्यक्ति शामिल हैं। छात्राओं ने कहा कि हॉस्टल से मेडिकल कॉलेज के लिए डेढ़ किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है। इसी का फायदा उठाकर अराजक तत्व उठा रहे हैं। इसी कारणवश हॉस्टल की दीवार को तोड़कर उसमें गेट लगा दिया जाए, तभी छेड़खानी और चेन स्नेचिंग की घटनाओं को रोका जा सकता है। छात्राओं ने तो 20 घटनाएं होने का दावा किया है।

हॉस्टल की दीवार को तोड़कर गेट लगाने की बात गई मानी
धरने पर बैठी छात्राओं का यह भी कहना है कि इस रास्ते पर आमजन की आवाजाही रहती है। इस संबंध में डिप्टी प्रॉक्टर डॉ. सैयद नवाज अली जैदी ने बताया कि छात्राओं ने छेड़खानी और चेन स्नेचिंग को लेकर धरना दिया था। हॉस्टल की दीवार तोड़कर उसमें गेट लगाने की बात मान ली गई है। चेन स्नेचिंग की 2-3 घटनाएं हो चुकी हैं, जिनका खुलासा भी हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि इन शिकायतों की जांच की गई है और पुलिस ने इन मामलों में मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति की संलिप्तता पाई है। छात्राओं ने कॉलेज परिसर में आने के लिए एक गेट खोलने की मांग की है तो इसको लेकर समीक्षा की जाएगी।

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