उत्तर प्रदेश के मेरठ में एसओजी टीम एक बार फिर विवादों में फंस गई है. यहां काशी टोल प्लाजा पर एसओजी टीम के सिपाहियों की गुंडई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में एसओजी टीम एक बार फिर विवादों में फंस गई है। यहां काशी टोल प्लाजा पर एसओजी टीम के सिपाहियों की गुंडई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ये सिपाही टोल प्लाजा पर टोल टैक्स मांगे जाने पर वहां कर्मचारियों के साथ मारपीट करते और फिर पिस्टल तानते दिख रहे हैं। वहीं इस मामले में मेरठ पुलिस के आला अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधे बैठे प्रतीत हो रहे हैं। इन सिपाहियों पर कार्रवाई की बजाय जांच की बात कहकर मामले को रफा-दफा किया जा रहा है।
जानिए पूरा मामला
यह घटना मेरठ के थाना परतापुर क्षेत्र के काशी टोल प्लाजा की है। एसओजी मेरठ में तैनात दरोगा मोहसिन, हेड कांस्टेबल कुर्बान, तरुण यादव, जितेश और रवि पुलिसकर्मी रविवार की रात सरकारी गाड़ी से दिल्ली से लौट रहे थे। काशी टोल प्लाजा पर कर्मचारी ने उनकी गाड़ी को रोक लिया है। कर्मचारी ने पुलिसकर्मियों से टोल मांगा और उनकी गाड़ी के आगे बैरियर लगा दिया था। आरोप है कि गाड़ी से पुलिसकर्मी उतरे और उन्होंने कर्मचारी को पीटना शुरू कर दिया है। धमकी दी कि सरकारी गाड़ी का नंबर नहीं देखा, जानता नहीं कि हम कौन हैं। पुलिस वालों की गुंडागर्दी के दौरान टोल पर अन्य वाहनों की कतारें लग गईं। कर्मचारियों ने इस मामले की शिकायत टोल प्लाजा के मैनेजर रविंद्र कुमार से की। सोमवार सुबह टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ली गई। इसमें पुलिस वालों की गुंडागर्दी दिख रही है।
इस मसले पर क्या बोले पुलिस के आला अधिकारी
पुलिस के आला अधिकारियों की दलील है कि टोल प्लाजा पर टोलकर्मियों के साथ सिपाहियों की बहस हो गई थी। लेकिन उसके बाद सिपाहियों की करतूत पर शायद मेरठ पुलिस के आला अधिकारियों ने आंखों पर पट्टी बांध ली है। एसएसपी मेरठ की मानें तो टोल प्लाजा के कैमरे में कैद हुए वीडियो की अब जांच कराई जा रही है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उन पर कार्रवाई भी की जाएगी।
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