मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर मेट्रो प्रोजेक्ट के संबंध में प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। अवलोकन के उपरांत कतिपय संशोधन के संबंध में दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने काशी, मेरठ, प्रयागराज और आगरा मेट्रो परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी भी ली।
लखनऊ (उत्तर प्रदेश) । मेट्रो रेल परियोजना को लेकर सरकार की कोशिशें तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में मेट्रो से संबंधित कार्यों की प्रस्तुतीकरण देखा। उन्होंने गोरखपुर, काशी (वाराणसी), मेरठ, प्रयागराज और आगरा मेट्रो परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी भी ली। प्रजेंटेशन देखने के बाद सीएम ने जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास ही होगा मेट्रो स्टेशन
खबर है कि सीएम ने कहा कि गोरखपुर में लाइट मेट्रो (एलआरटी) ज्यादा सफल होगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के एमडी को निर्देश दिया कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पास ही मेट्रो का स्टेशन बनाएं, जिससे यात्रियों को मेट्रो से उतर कर रेलवे स्टेशन जाने में सुविधा हो।
गोरखपुर में मेट्रो की कार्य योजना पर एक नजर
-गोरखपुर में लाइट मेट्रो के दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे।
-यह कॉरिडोर सभी स्टेशन एलिवेटिड होंगे।
-पहला कॉरिडोर श्याम नगर से सेवई बाजार (मदन मोहन इंजीनियरिंग कॉलेज) तक 15.14 किमी होगा लंबा।
-पहला कॉरिडोर में 14 स्टेशन बनाए जाएंगे।
-इस पर करीब 4589 करोड़ रुपए खर्च होगा।
2024 में 1.55 लाख लोग करेंगे सफर
गोरखपुर में पहले कॉरिडोर का प्रस्ताव तैयार करने में ये अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2024 में 1.55 लाख लोग इसमें रोजाना सफर करेंगे। ये संख्या वर्ष 2031 में बढ़कर 2.05 लाख होगी, जबकि 2041 तक इसमें 2.73 लाख लोग रोजाना सफर कर सकेंगे।