आखिर क्या थी इस मासूम की गलती, टीचर ने दी ऐसी सजा बाल-बाल बची आंख

Published : Oct 04, 2019, 08:10 PM IST
आखिर क्या थी इस मासूम की गलती, टीचर ने दी ऐसी सजा बाल-बाल बची आंख

सार

यूपी के अयोध्या में मासूम छात्र को टीचर द्वारा बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया है। मासूम को इतना पीटा गया कि उसकी आंख बाल-बाल बची। पिटाई से नाराज छात्र के परिजन ने एसडीएम से मिलकर आरोपी टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

अयोध्या (Uttar Pradesh). यूपी के अयोध्या में मासूम छात्र को टीचर द्वारा बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया है। मासूम को इतना पीटा गया कि उसकी आंख बाल-बाल बची। पिटाई से नाराज छात्र के परिजन ने एसडीएम से मिलकर आरोपी टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

क्या है पूरा मामला
मामला रुदौली थाना क्षेत्र के गनौली स्थित प्राथमिक विद्यालय का है। क्षेत्र में रहने वाले रमेश का बेटा दीपक स्कूल में दूसरी क्लास का छात्र है। दीपक के परिजनों का आरोप है कि शुक्रवार को स्कूल पहुंचने पर उनके बेटे से झाड़ू लगाने को कहा गया। इस बीच टीचर सरताज अहमद वहां आए और ठीक से सफाई न करने की बात कहते हुए छात्र को डंडे से मारा और धक्का दे दिया। छात्र पास में पड़ी बेंच पर जा गिरा। जिससे उसकी आंख और सिर में चोट आई। 

छात्र के पैरेंट्स से भी टीचर ने की अभद्रता
स्कूल से छुट्टी होने के बाद छात्र ने घर पहुंच माता पिता को पूरी बात बताई। आरोप है कि छात्र के दादा तुरंत उसे लेकर स्कूल गए, जहां आरोपी सरताज ने उनसे भी अभद्रता की। जिसके बाद उन्होंने तहसील में एसडीएम से मिलकर आरोपी टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। 

प्रशासन का क्या है कहना
एसडीएम विपिन सिंह ने बताया, छात्रा के परिजनों ने शिकायती पत्र दिया है। खंड शिक्षा अधिकारी रुदौली और प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पटरंगा को जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। 

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

सालों की मांग अब पूरी: बुलंदशहर में दो नए बस रूट की तैयारी पूरी होने को
BHU के 13,650 छात्रों को डिग्री, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में रहा डॉ. वी.के. सारस्वत का बयान