भाजपा विधायक की बुलडोजर लेकर पहुंचे अधिकारियों पर नाराजगी देखने को मिली। विधायक ने आरोप लगाया कि जहां से पैसा मिल जाता उसका निर्माण गिराने के लिए अधिकारी नहीं जाते हैं।
जितेंद्र मिश्रा
उन्नाव: पुरवा विधायक अनिल सिंह ने अधिकारियों को जमकर खरी-खरी सुनाई। इसके पीछे का कारण था कि बीजेपी के कार्यकर्ता सेफ्टी टैंक बनवा रहा था जिसकी शिकायत अफसरों से हुई थी। आरोप था कि पीडब्ल्यूडी की जमीन पर अतिक्रमण करके इसका निर्माण कराया जा रहा है औऱ पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने नोटिस भेजी उसके बावजूद कार्य चल रहा था। इस बीच अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन पहुंचा तो पुरवा विधायक अनिल सिंह मौके पर पहुंच गए और अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए।
अधिकारियों पर लगाया गंभीर आरोप
विधायक ने कहा कि कहां है जो पैसे देते हैं उनका कभी नहीं गिराते। जो पैसे नहीं देते हैं गरीब के मकान गिरा दिया जाता है यह तो सेफ्टी टैंक ही बनवा रहा था। पैसा ले लेते हैं अधिकारी और फाइलें घुमाया करते हैं इधर से उधर। जब तक मैं यहां पर विधायक हूं तब तक कोई भी गरीब का निर्माण नहीं गिराया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने आरोप लगाया कि जो अधिकारी है वह सपा की मानसिकता के हैं।
प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेकर पहुंचे थे अधिकारी
आपको बता दें कि कस्बा मौरावां में अतिक्रमण की लगातार शिकायत कर रहे शिकायतकर्ता के प्रार्थना पत्र पर पीडब्ल्यूडी विभाग के आला अधिकारी अवैध निर्माण को गिराने के लिए बुलडोजर के साथ मौके पर पहुंचे। जिसकी सूचना इलाके में आग की तरह फैल गई मामले में क्षेत्रीय विधायक अनिल सिंह को लगी तो घटनास्थल पर पहुंचे। यहां मोरावा कस्बे के निवासी भगवती प्रसाद उर्फ बच्चन से घर के बाहर शौचालय का सेफ्टी टैंक का निर्माण कर रहे थे जिसको लेकर कस्बा के ही निवासी प्रमोद शंकर दीक्षित उर्फ फुर्अवा दीक्षित ने शिकायत करके अवैध निर्माण को रोकने के लिए उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया। उसी प्रार्थना पत्र को संज्ञान में लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग अपने अधिकारियों को साथ लेकर मौके पर जेसीबी के साथ आ धमका और सेफ्टी टैंक तोड़ने की प्रक्रिया चालू की तो विधायक ने जेसीबी को रुकवा दिया। वहां जितने भी अधिकारीगण मौजूद थे सब से बगैर आदेश के गिराने का कारण पूछा गया। जिसका उत्तर किसी के पास नहीं मिला।
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