
प्रयागराज(Uttar Pradesh ). प्रयागराज में गंगा किनारे इन दिनों माघ मेला चल रहा है। माघ मेले में इस बार श्रद्धालुओं को कई बड़ी समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। मेला क्षेत्र में सरकार के संचार क्रान्ति की हवा निकल चुकी है। सभी मोबाइल कंपनियों के नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं। कल्पवासी श्रद्धालु इसको लेकर काफी परेशान हैं। उनकी किसी से भी बात तक नहीं हो पा रही है। वह अपनी मोबाईल लेकर नेटवर्क पाने के लिए इधर उधर भटक रहे हैं। लेकिन पूरे मेला क्षेत्र में कहीं भी किसी भी कम्पनी का नेटवर्क नहीं है।
किसी भी मोबाईल नेटवर्क से नहीं होती बात
माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को इन दिनों सभी मोबाइल का नेटवर्क ध्वस्त होने से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मेले में कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं को अपने परिचितों व घरवालों से बात करने में काफी समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। बात करने के लिए 8 से 10 किमी की दूरी तय कर शहर के नजदीक जाना पड़ रहा है। जिससे उन्हें काफी परेशानी हो रही है।
इंटरनेट पूरी तरह से तरह से ठप
मेला क्षेत्र में इंटरनेट सेवा भी बंद पड़ गई है। माघमेले में कल्पवास कर रहे एक देवरिया के एक श्रद्धालु राकेश का कहना है कि वह कुम्भ 2019 में भी आए थे लेकिन उस दौरान यहां पूरे मेला क्षेत्र में 20 से अधिक मोबाइल टावर लगाए गए थे। जिससे यहां मोबाईल कनेक्टिविटी अच्छी थी। लेकिन इस बार पूरे मेला क्षेत्र में एक भी टावर न लगने से पाफी परेशानी हो रही है।
अपनों से बिछड़ने के बाद ढूंढना भी मुश्किल
मध्य्प्रदेश के रीवां से कल्पवास करने आए श्रद्धालु रविशंकर के मुताबिक़ संगम किनारे मोबाइल नेटवर्क न होने से भीड़ में किसी होने के बिछड़ने के बाद उसे ढूंढने में सबसे ज्यादा दिक्क्त हो रही है। दोनों के पास मोबाईल रहते हुए भी बात नहीं हो पा रही है। भीड़ में खोने के बाद फिर से मिलने में घंटों लग जा रहे हैं। इस बार मेले की व्यवस्था बहुत ज्यादा खराब है।
अधिकारी भी बोलने को तैयार नहीं
इस बारे ने जब बीएसएनएल के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस पर चुप्पी साध ली। मेला क्षेत्र में मोबाईल कनेक्टिविटी फेल होने से आई समस्याओं के बारे में उनका जवाब काफी बचकाना था। उनका कहना था कि हमें इस बारे में कोई आदेश नहीं मिला है ।
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