प्रधानमंत्री मोदी ने परेड ग्रांउड में यूपी की महिलाओं द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहों (SHG) की संचालकों के साथ बातचीत की। महिलाओं के साथ लगभग आधा घंटे बातचीत पीएम ने रिमोट का बटन दबा कर प्रयागराज में 202 202 पूरक पोषण निर्माण इकाइयों का शिलान्यास किया और महिलाओं द्वारा संचालित 1.60 लाख ‘स्वयं सहायता समूहों' के बैंक खाते में 1000 करोड़ रुपए की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की।
प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) मंगलवार को उत्तर प्रदेश (Uttar Praesh) के प्रयागराज में आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में पहुंचे। यहां उन्होंने स्वयं सहायता समूहों (SHG) की संचालकों के साथ बातचीत की। इस दौरान महिलाओं द्वारा संचालित 1.60 लाख ‘स्वयं सहायता समूहों' के बैंक खाते में 1000 करोड़ रुपए की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की। मोदी ने महिलाओं के समूहों से बात करते हुए हर महिला के अनुभव जाने।
प्रधानमंत्री ने बैंक के साथ काम कर रहीं 'बैंक सखी' से पूछा - आपको गांवों में लोग कैसे पहचानते हैं। क्या सम्मान देते हैं... इस पर महिला ने बताया कि कहा - हमारा गांव 60 किमी दूर है। बुजुर्ग जा नहीं पाते हैं। हम उन्हें पैसे निकालकर देते हैं तो वे हमें पैसे देते हैं। हम उन्हें कहते हैं कि हमें पैसे न दो। प्रधानमंत्री मोदीजी को दो। एक अन्य महिला ने कहा कि गांव में बहुत सम्मान मिलता है। हमें बैंक दीदी कहा जाता है।
पीएम ने पूछा- आप लोगों से मिलने जाते हैं कि लोग आपको खोजते हैं। इस पर महिलाओं ने बताया कि हम लोगों सेपूछते हैं कि क्या परेशानी है। कैश निकलवाना है या जमा करना है। आधार कार्ड के जरिये फिंगर प्रिंट लगाकर अमाउंट निकालते हैं। एक-एक नोट गिनवाते हैं। एक अन्य महिला से मोदी ने पूछा - जो लोग अनाज में पैसे रखते थे, वो अब क्या करते हैं? महिलाओं ने बताया कि वो अब पैसे बैंक में जमा करने लगे हैं। हम गांव में बैठे-बैठे बायोमैट्रिक्स के जरिये उनके सामने उनके खाते ऑपरेट करते हैं।
एक महिला से मोदी ने पूछ- बैंक सखी बनने से पहले क्या करती थीं? पहले खाना बनाती थी। हमारा सम्मान नहीं था। अब सम्मान होने लगा है। एक अन्य महिला ने बताया कि मैं एक करोड़ का ट्रांजेक्शन हर महीने करती हूं। इसके एवज में 24 हजार रुपए महीना मिलता है। महिला ने बताया कि अभी उन्होंने एक बुजुर्ग से 50 हजार रुपए लेकर जमा कराए हैं। इस पर मोदी ने पूछा - आपको इतने पैसे लेकर चलने में डर नहीं लगता। इस पर महिला ने कहा- मैं रोज कम से कम ढाई लाख का ट्रांजेक्शन करती हूं। डर नहीं लगता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पोषण आहार से जुड़ी स्व सहायता समूहों से पूछा कि कोई तकलीफ नहीं आई? इस पर महिलाओं ने बताया कि सरकार की योजना से जुड़कर कोई परेशानी नहीं आई। कुपोषण नहीं हो, इसके लिए दूसरों को समझाते हैं। 12, 14 साल की बेटियों को समझाते हैं। मोदी ने बताया कि अगर बेटी तंदरुरूत नहीं है तो बच्चा भी तंदरुस्त नहीं होता है।
मोदी ने कहा - उत्तर प्रदेश में पांच साल पहले तक कायम रही अराजकता का सबसे बुरा असर महिलाओं की तरक्की पर पड़ा। 5 साल पहले यूपी की सड़कों पर माफियाराज था। सत्ता में गुंडों की हनक हुआ करती थी। इसका सबसे बड़ा भुक्तभोगी कौन था? मेरे यूपी की बहन बेटियां थीं। उन्हें सड़क पर निकलना मुश्किल हुआ करता था। स्कूल, कॉलेज जाना मुश्किल होता था। इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर कई महिलाएं हाथ में प्रधानमंत्री मोदी का कटआउट लेकर पहुंचीं, तो कई ने मोदी को मंच पर देख हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया और नारे लगाए।
प्रधानमंत्री मोदी को अपने बीच देख महिलाओं में जमकर उत्साह दिखा। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, और प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी तथा मथुरा की सांसद हेमा मालिनी सहित केन्द्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मोदी ने रिमोट के जरिये ‘कन्या सुमंगला योजना' के तहत एक लाख एक हजार बेटियों के बैंक खातों में 20 करोड़ रुपए की राशि भी ऑलाइन ट्रांसफर की।
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