समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मंगलवार को सपा कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की।
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मंगलवार को सपा कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने सांसद आजम खान का बचाव करते हुए कहा, आजम के खिलाफ डकैती का मुकदमा दर्ज किया गया है। मैं जानता हूं कि उन्होंने जीवन में कोई गलत काम नहीं किया। वो किसी से पैसे नहीं ले सकते। मेरी मीडिया से अपील है कि वो उनकी मदद करे और सच्चाई लिखे।
आगे बोलते हुए मुलायम ने कहा, हमारे सांसद के साथ अन्याय हो रहा है। भाजपा को उनसे सिर्फ इसलिए परेशानी है क्योंकि वो देश के बड़े नेता हैं। सपा अपने सांसद के पक्ष में प्रदेश भर में आंदोलन चलाएगी, मैं भी उस आंदोलन में हिस्सा लूंगा। जरूरत पड़ी तो प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलेंगे।
योगी सरकार के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ नेता ही सही हैं, जिन्होंने कहा कि आजम के साथ गलत हो रहा है। इससे पार्टी को नुकसान होगा। मैं प्रदेश सरकार से कहना चाहता हूं कि अगर ये अन्याय बंद नहीं हुआ तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे, देख लेंगे। वो हमसे न टकराएं। मैं अपील करता हूं कि सभी सपा कार्यकर्ता तैयार हो जाएं, कल तक आजम के साथ न्याय नहीं रुका तो हम परसों से आंदोलन करेंगे।
मुलायम ने कहा कि रामपुर में जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण में सैकड़ों बीघा जमीन खरीदी गई। सिर्फ 2 बीघा जमीन के लिए 27 गंभीर धारााओं में मुकदमा दर्ज किया गया। जिस जमीन को लेकर उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए, वह यूनिवर्सिटी से बाहर है। उन्होंने यह भी कहा कि गरीबों की आवाज उठाने वाला आजम खान कैसे जालिम हो सकता है?
काफी पुरानी है मुलायम-आजम की दोस्ती
सपा सूत्रों के अनुसार, आजम खान की पत्नी और राज्यसभा सांसद तंजीम फातिमा ने रविवार को मुलायम से मुलाकात की थी। उन्होंने अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी। बता दें, मुलायम और आजम खान की दोस्ती करीब 33 साल पुरानी है। मुलायम ने जब 1992 में समाजवादी पार्टी बनाई। तब से आजम खान उनके साथ हैं। बीच में अमर सिंह के कारण कुछ महीनों के लिए आजम पार्टी से अलग हो गए थे। वैसे आजम खान कई बार कह चुके हैं कि उनकी सियासत मुलायम सिंह तक ही है।
क्या है आजम पर केस का मामला
रामपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र के रहने वाले कमर ने आजम खान के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। इस केस में आजम के साथ साथ पूर्व सीओ आलेहसन, सांसद के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, सपा नेता वीरेंद्र गोयल, एसओजी के सिपाही धर्मेंद्र और ठेकेदार इस्लाम का नाम भी शामिल है। पीड़ित कमर का उनका आरोप है कि 15 अक्टूबर 2016 के दिन तत्कालीन सीओ आले हसन खां, सिपाही धर्मेद्र, शानू खां, इस्लाम ठेकेदार के अलावा सपा नेता वीरेंद्र गोयल सहित तीस अज्ञात लोग घर में घुस गए। उन्होंने पूरा सामान घर से बाहर फेंक दिया। उसके बाद मकान पर बुलडोजर चलवा दिया। इस दौरान घर में बंधी चार भैंसें भी खोलकर ले गए। जब पीड़ित ने उनका विरोध किया तो आरोपियों ने चरस स्मगलिंग के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी।
इसके अलावा इरफान ने आरोप लगाया कि यही आरोपी उसके घर में भी घुसे थे। परिवार के साथ मारपीट कर सभी को घर से निकाल दिया। इसके बाद घर पर बुलडोजर चलवाकर भैंस खोलकर ले गए। इरफान का कहना है कि उसकी भैंस आजम खां की गोशाला में बंधी है। इस मामले में भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। साथ ही लूट का मुकदमा भी दर्ज किया है।
आजम पर अब तक दर्ज हो चुके हैं 78 केस
सपा सांसद आजम पर अब तक कुल 78 केस दर्ज हो चुके हैं। ये देश के पहले ऐसे सांसद हैं जिसके खिलाफ इतने केस दर्ज हुए हैं। इनमें से अधिकांश मुकदमे उनके सांसद बनने के बाद दर्ज हुए। आलियागंज के किसानों की जमीन कब्जा करने के आरोप में इनके खिलाफ 28 केस दर्ज है। यतीमखाना प्रकरण में 9 केस दर्ज हो चुके हैं। शत्रु संपत्ति के मामले में 2 केस और इनके बेटे अब्दुल्ला के दो-दो जन्म प्रमाणपत्र के आरोप में 2 केस दर्ज हैं।
करीब ढाई साल बाद मुलायम ने की प्रेस कांफ्रेंस
मुलायाम सिंह यादव ने इससे पहले दिसंबर 2016 में आखिरी प्रेस कांफ्रेंस की थी। जब उन्होंने
अखिलेश और राम गोपाल यादव को सपा से निकालने की बात कही थी। मुलायम ने मीडिया के सामने अखिलेश व राम गोपाल को छह साल के लिए समाजवादी पार्टी से निकालने का ऐलान किया था। इसके बाद मुलायम ने कोई प्रेस कांफ्रेंस नहीं की थी।