मुलायम सिंह यादव के किस्से: जब जानलेवा हमले में बाल-बाल बचे थे नेताजी, गाड़ी पर लगी थी 9 गोलियां

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में जारी है। उनके जल्द ठीक होने को लेकर तमाम समर्थक पूजा पाठ कर रहे हैं। हालांकि बहुत कम लोग मुलायम के जीवन से जुड़े उस किस्से के बारे में जानते हैं जब उनपर जानलेवा हमला हुआ था। 

Gaurav Shukla | Published : Oct 8, 2022 10:35 AM IST

लखनऊ: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में जारी है। हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि मुलायम सिंह यादव पर एक बार जानलेवा हमला भी हुआ था। उस हमले में उनकी जान बाल-बाल बच पाई थी। इस हमले में उनका एक सहयोगी बुरी तरह से घायल हो गया था और उनकी गाड़ी में नौ गोलियां लगी थी। लेकिन किसी तरह से नेताजी को सुरक्षित निकाला गया था। आज हम आपको मुलायम सिंह यादव के जीवन से जुड़े उसी किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं।

दोस्त से मुलाकात के बाद मैनपुरी के लिए रवाना हुए थे मुलायम
यह घटना 4 मार्च 1984 की है। नेताजी अपनी सभा को समाप्त कर मैनपुरी के कुर्रा थाने के माहीखेड़ा गांव से होकर वापस इटावा जा रहे थे। बताया जाता है कि उस समय मुलायम सिंह यादव चुनाव की तैयारियों को लेकर क्षेत्र की जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। इसी कड़ी में चार मार्च की शाम को वह पांच बजे इटावा-मैनपुरी की सीमा पर बसे झिंगपुर गांव में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। यहां से माहीखेड़ा गांव में वह अपने दोस्त से मिलने के लिए निकले। उससे मुलाकात के बाद रात साढ़े नौ बजे वह मैनपुरी के लिए रवाना हुए। 

मुलायम पर हुए हमले में घायल हो गए थे नेत्रपाल
दोस्त के घर से कुछ ही दूरी पर उन्हें कार के आगे तेज धमाका सुनाई दिया। ड्राइवर ने खिड़की से झांककर देखा तो युवक बाइक से नीचे गिरा हुआ था। कोई कुछ भी समझ पाता उससे पहले ही बाइक सवार ने फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि इसके जवाब में मुलायम सिंह यादव के साथ में चल रहे पुलिसकर्मी ने भी फायरिंग की। इस बीच वह जान बचाकर नीचे ही बैठे रहे। तकरीबन आधे घंटे के बाद जब फायरिंग शांत हुई तो उन्हें सुरक्षा घेरे में 5 किमी दूर कुर्रा पुलिस थाने पहुंचाया गया। घटना के बाद मुलायम की गाड़ी पर 9 निशान पाए गए और उनके साथ चल रहे नेत्रपाल गंभीर रूप से घायल हो गए। मुलायम ने बदमाशों से मुकाबला करने वाले पुलिसकर्मी के प्रमोशन की भी सिफारिश की थी। 

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