सुन्नी वक्फ बोर्ड ने एक ओर जहां अयोध्या फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने से मना कर दिया। वहीं, देश में करीब 100 मुस्लिम हस्तियों ने भी फैसले को चुनौती देने का विरोध किया है। मंगलवार को जारी एक साझा बयान में सभी ने कहा, पुनर्विचार याचिका से मुस्लिमों को फायदे के बजाय नुकसान ही होगा।
अयोध्या (Uttar Pradesh). सुन्नी वक्फ बोर्ड ने एक ओर जहां अयोध्या फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने से मना कर दिया। वहीं, देश में करीब 100 मुस्लिम हस्तियों ने भी फैसले को चुनौती देने का विरोध किया है। मंगलवार को जारी एक साझा बयान में सभी ने कहा, पुनर्विचार याचिका से मुस्लिमों को फायदे के बजाय नुकसान ही होगा। बता दें, इस बयान पर एक्टर नसीरुद्दीन शाह, एक्ट्रेस शबाना आजमी, पत्रकार जावेद अहमद, हैदराबाद के सामाजिक कार्यकर्ता आरिज अहमद जैसी हस्तियों ने साइन किया है।
बयान में माना सुप्रीम कोर्ट ने कानून के बजाय विश्वास को रखा ऊपर
बयान में कहा गया, भारतीय मुस्लिम समुदाय, संविधान विशेषज्ञ और धर्मनिरपेक्ष संस्थान इस बात से नाखुश हैं कि देश की सबसे बड़ी अदालत ने फैसला सुनाते वक्त कानून के बजाय विश्वास को ऊपर रखा। लेकिन इस मुद्दे को जीवित रखा जाता है तो मुस्लिम समुदाय को नुकसान ही उठाना पड़ेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था ये फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने 40 दिन लगातार सुनवाई के बाद 9 नवंबर को ऐतिहासिक फैसले में अयोध्या की विवादित जमीन पर ट्रस्ट का गठन कर मंदिर बनाने का आदेश दिया था। साथ ही मुस्लिम पक्ष को मस्जिद के लिए अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था। पूरे देश ने इस फैसले का स्वागत किया था। वहीं, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत-ए-हिंद ने फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का फैसला किया है।