
मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर में दंगे की वजह बने कवाल कांड में मारे गए गौरव मलिक की मां सुरेश देवी उपचुनाव लड़ेंगी। वह खतौली उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरेंगी। उन्होंने कहा कि परिवार भाईचारा बनाने के लिए चुनावी मैदान में उतरेगा।
सुरेश देवी ने पहुंचकर दाखिल किया नामांकन
जानसठ क्षेत्र के कवाल गांव के मजरे मलिकपुरा और हाल के शहर के दक्षिणी सिविल लाइन में रह रहे गौरव के पिता रविंद्र सिंह ने बीते दिनों खतौली उपचुनाव के लिए नामांकन फार्म खरीदा था। गुरुवार को गौरव की मां सुरेश देवी ने जाकर नामांकन पत्र दाखिल किया। आपको बता दें कि दंगा पीड़ित रविंद्र मलिक मूल रूप से बुढ़ाना क्षेत्र के कबीरपुर गांव के निवासी हैं। उन्होंने कई साल पहले कवाल गांव में जमीन खरीदी थी। वह परिवार के साथ वहीं बस गए थे। 27 अगस्त 2013 को कवाल गांव में उनके बेटे गौरव मलिक और ममेरे भाई सचिन की हत्या की गई थी। इस घटना के बाद ही मुजफ्फरनगर में दंगा भड़क गया था। दंगे के बाद से रविंद्र का परिवार शहर के दक्षिणी सिविल लाइन इलाके में रहने लगा।
क्या है कवाल कांड
मलिकपुरा निवासी सचिव औऱ गौरव का कवाल में 27 अगस्त 2013 को शाहनवाज में झगड़ा हुआ था। दोनों शाहनवाज पर हमला करके भाग गए थे। इसी बीच उन्हें तिराहे पर भीड़ ने घेर लिया और धारदार हथियार से हमला कर दिया। दोनों की सरेआम हत्या कर दी गई। इस घटना बाद शाहनवाज की मौत हो गई। सचिन और गौरव की हत्या के मामले में आरोपियों को सजा भी सुनाई जा चुकी है। वहीं शाहनवाजकी हत्या का मामला अदालत में चल रहा है और इसकी सुनवाई 23 नवंबर को होनी है।
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