
नोएडा: यूपी चुनाव 2022 के शुरुआती रुझान सामने आने के साथ ही उत्तर प्रदेश से जुड़ा एक बहुत बड़ा मिथ भी टूटने जा रहा है। मिथ था कि यूपी की सत्ता में वापसी करनी है तो नोएडा से दूरी बनानी पड़ेगी। जब सीएम योगी आदित्यनाथ गौतमबुद्धनगर जिले का दौरा किया तो भी उन्होंने इस बात का जिक्र किया था। सीएम योगी ने कहा था कि यहां आना मेरे लिए इसलिए भी जरूरी था कि पहले के मुख्यमंत्री यहां आने से डरते थे। उन्हें डर था सत्ता से बाहर जाने का। उनके लिए जनता नहीं सत्ता महत्वपूर्ण थी।
बीजेपी को मिल रही बढ़त के बाद टूट रहा मिथ
यूपी विधानसभा चुनाव के मतगणना से जुड़े रुझान आने के साथ ही साफतौर पर देखा जा सकता है कि बीजेपी को बड़ी बढ़त मिल रही है। एग्जिट पोल की तरह ही बीजेपी ने यूपी के शुरुआती रुझाने से ही बढ़त को बरकरार रखा है। जिसके बाद लगभग यह तय माना जा रहा है कि यूपी में बीजेपी सरकार की वापसी होगी। इसके साथ ही नोएडा से जुड़ा हुआ मिथ भी टूटना तय हो गया है।
सीएम योगी ने डेढ दर्जन से अधिक बार किया दौरा
2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद सीएम योगी कई बार नोएडा आए। सीएम योगी सबसे पहले 25 दिसंबर 2017 को नोएडा पहुंचे थे। इसके बाद से चुनाव तक वह लगभग 19 बार नोएडा गए।
2012 के बाद 2022 में नोएडा पहुंचे थे अखिलेश
अखिलेश याव ने 2012 के बाद से नोएडा का दौरा नहीं किया था। वह 2017 औऱ 2019 के प्रचार में भी नोएडा नहीं गए थे। हालांकि 2022 के चुनाव के दौरान वह नोएडा पहुंचे। लेकिन इस बार भी नोएडा उनके लिए लकी नहीं साबित हुआ।
सीएम योगी ने अपनी सीट पर भी बनाई है बढ़त
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर सीट से चुनावी मैदान में है। शुरुआत से ही वह लगातार अपनी सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं। जिसके बाद यह लगभग तय हैं कि उनकी जीत सुनिश्चित है।
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