अखाड़ा परिषद (Akhada Parishad) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी (Mahant Narendra Giri) की मौत के मामले में अब सीबीआई एक्शन में आ गई है। जांच तेज करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो नरेंद्र गिरि के निजी कमरे से कई दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया है।
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश). अखाड़ा परिषद (Akhada Parishad) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी (Mahant Narendra Giri) की मौत के मामले में अब सीबीआई एक्शन में आ गई है। जांच तेज करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो नरेंद्र गिरि के निजी कमरे से कई दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया है। वहीं इस केस में आरोपी बनाए गए आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी व संदीप तिवारी को सीबीआई ने 5 दिन की रिमांड पर लिया है।
आधार कार्ड और पैन कार्ड को कब्जे में लिया
दरअसल, सीबीआई के तमाम अधिकारी प्रयागराज पहुंचे और मंहत नरेंद्र गिरी के उस कमरे को खुलवाया जहां पर वह सोते थे। यहां से टीम ने एक-एक चीज को उठाकर देखा और साथ ही कई पुराने दस्तावेज, आधार कार्ड और पैन कार्ड को कब्जे में लिया।
सीबीआई ने क्राइम सीन का री-क्रिएशन किया
मंहत की तमाम चीजों को जब्त करने के अलावा सीबीआई ने नरेंद्र गिरी के हस्ताक्षर को लेकर 13 लोगों से पूछताछ की। वहीं एक दिन पहले जहां पर महंत का शव मिला था वहां पर क्राइम सीन का री-क्रिएशन भी किया। इसके अलावा महंत ने सुसाइड नोट में उत्तराधिकारी बनाए गए महंत बलवीर गिरि से पूछताछ की गई।
सुसाइड में तीनों के नाम
बता दें कि 20 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरि का उनके ही कमरे में सुसाइड नोट मिला था। जिसमें लिखा था कि वह आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी व संदीप तिवारीके व्यवहार से दुखी होकर आत्महत्या कर रहा हूं। इस आधार पर इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों पर नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल करने का आरोप था।