मदरसा शिक्षा परिषद की बैठक में अहम फैसला लिया गया है। इस सत्र में सभी अनुदानित और गैर अनुदानित मदरसों में कक्षाएं शुरू करने से पहले अन्य दुआओं के साथ विद्यार्थियों को राष्ट्रगान गाना पड़ेगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने मदरसों को लेकर एक अहम फैसला लिया है। अब प्रदेश में मान्यता प्राप्त, अनुदानित व गैर अनुदानित मदरसों में नए शिक्षण सत्र से कक्षाएं शुरू होने से पहले राष्ट्रगान गाना अनिवार्य कर दिया गया है। यूपी सरकार के फैसले के अंतर्गत इस अन्य दुआओं के साथ अनिवार्य कर दिया गया है। इतना ही नहीं प्रदेश में मदरसों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए टीईटी की तर्ज पर शिक्षकों की भर्ती के लिए मदरसा शिक्षक पात्रता परीक्षा (एमटीईटी) भी शुरू की जाएगी। इसका निर्णय गुरुवार को मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए।
दरअसल मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक मदरसों को लेकर कई फैसले लिए गए हैं। जिसमें नए सत्र से कक्षाओं के शुरु होने से पहले राष्ट्रगान का गाना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि बोर्ड के रजिस्ट्रार जल्द ही शासन को एमटीईटी को लेकर सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। ताकि मदरसों ने नियुक्त होने वाले अध्यापक के लिए कुछ मानक तैयार किए जा सके। मदरसा शिक्षा परिषद बैठक में बोर्ड के सदस्य कमर अली, तनवीर रिजवी, डॉ. इमरान अहमद, असद हुसैन, अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय में लेखाधिकारी आशीष आनंद और बोर्ड के रजिस्ट्रार एसएन पांडेय मौजूद रहे।
मदरसों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम होगी लागू
डॉ जावेद ने आगे बताया कि मदरसों में छात्रों की घटती संख्या को देखते हुए मदरसों में शिक्षक और छात्रों के अनुपात की जांच कराने का फैसला भी लिया गया है। ताकि उससे अनुमान लगाया जा सके की छात्रों के अनुपात से अधिक शिक्षक होने पर शिक्षकों को समायोजित किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि मदरसों में पढ़ने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों के बच्चे किन संस्थानों से शिक्षा हासिल कर रहे हैं। अब मदरसों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लागू करने का भी फैसला किया गया है। इसका सर्वे कराने पर भी सहमति बनी है।
14 से 27 मई के बीच यूपी मदरसा बोर्ड की होगी परिक्षाएं
इसके साथ ही परिषद के अध्यक्ष डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं 14 से 27 मई तक आयोजित की जाएंगी। फिलहाल बेसिक शिक्षा परिषद की तर्ज पर कक्षा एक से आठ तक के लिए हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों के सवाल दीनियात परीक्षाओं में शामिल किए जाएंगे।
योगी सरकार ने मदरसों में आधुनिक शिक्षा पर दिया जोर
यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार में चल रहे मदरसों में आधुनिक शिक्षा दिए जाने पर जोर दे रही है। राज्य सरकार ने मदरसों में विज्ञान, गणित, अंग्रेजी के साथ ही कंप्यूटर की शिक्षा को अनिवार्य कर दिया था। ताकि आधुनिक युग में बच्चों को आधुनिक शिक्षा से मदरसों के विद्यार्थियों को लाभ मिल सके। वहीं राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार आने के बाद कागजों में चल रहे मदरसों के खिलाफ कार्यवाही की भी गई है और इसके लिए एसटीएफ ने भी जांच की थी।